नई दिल्ली : दिल्ली के सीएम ने नई संसद भवन के उद्घाटन को लेकर पीएम मोदी पर निशाना साधा है। अरविंद केजरीवाल ने सरकार पर अनुसूचित जाति और अनुसूचित जनजाति के अपमान का आरोप लगाया है। दिल्ली के सीएम ने ट्वीट में राममंदिर के शिलान्यास पर तत्कालीन राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को नहीं बुलाने की बात कही। उन्होंने नई संसद के शिलान्यास कार्यक्रम में भी राम नाथ कोविंद को नहीं बुलाने का जिक्र किया। इससे पहले विपक्ष के 19 दलों ने सामूहिक रूप से उद्घाटन कार्यक्रम विरोध करने का फैसला किया है।पहले राम नाथ कोविंद अब द्रौपदी मुर्मूकेजरीवाल ने ट्वीट में लिखा, प्रभु श्री राममंदिर के शिलान्यास पर मोदी जी ने तत्कालीन राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद जी को नहीं बुलाया। नए संसद भवन के शिलान्यास पर भी मोदी जी ने रामनाथ कोविंद जी को नहीं बुलाया। अब नये संसद भवन के उद्घाटन को भी मौजूदा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के हाथों से नहीं करवा रहे। केजरीवाल ने लिखा कि देशभर का SC और ST समाज पूछ रहा है कि क्या हमें अशुभ माना जाता है, इसलिए नहीं बुलाते? कपिल मिश्रा ने किया पलटवारसीएम अरविंद केजरीवाल के ट्वीट पर बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने पलटवार किया है। मिश्रा ने कहा कि AAP ने दलित समाज के राम नाथ कोविंद और आदिवासी समाज की द्रौपदी मुर्मू जी को राष्ट्रपति बनाने के खिलाफ वोट दिया। इसका मतलब इनके मन में आदिवासी और दलित समाज के खिलाफ जहर भरा है? कपिल मिश्रा ने ट्वीट किया कि दलित और आदिवासी समाज के लोग पूछ रहे हैं कि केजरीवाल को हमसे इतनी नफरत क्यों ?