भाजपा शासित मप्र में दिख रही है परिवर्तन की लहर : अखिलेश यादव

समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को दावा किया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित मध्य प्रदेश में ‘‘परिवर्तन की लहर’’ दिखाई दे रही है। उन्होंने सत्ता बरकरार रखने के लिए मतदाताओं से ‘‘झूठे वादे’’ करने को लेकर सत्तारूढ़ पार्टी की आलोचना की।
विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ के अपने सहयोगी दल कांग्रेस पर हमला करते हुए यादव ने कहा कि कांग्रेस ने जब केंद्र में सरकार का नेतृत्व किया तो उसने मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू नहीं किया।
उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में परिवर्तन की लहर चल रही है और सपा उम्मीदवार रिकॉर्ड अंतर से चुनाव जीतने जा रहे हैं।
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के आखिरी दिन निवाड़ी से अपनी पार्टी की उम्मीदवार मीरा यादव के लिए समर्थन जुटाने के लिए एक चुनावी सभा को संबोधित कर रहे थे।
विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडियन नेशनल डेमोक्रेटिव इन्क्लूसिव अलायंस’ (‘इंडिया गठबंधन’) के सबसे बड़े घटक कांग्रेस के साथ चुनाव पूर्व समझौता करने में विफल रहने के बाद सपा ने मध्य प्रदेश में 71 उम्मीदवार खड़े किए हैं, जहां 230 सदस्यीय विधानसभा है।
उन्होंने कहा, ‘‘कांग्रेस और भाजपा ने मध्य प्रदेश में सरकारें बनाईं लेकिन लोग दुखी रहे। कांग्रेस अपने विधायकों को लूटने से नहीं बचा सकी। भाजपा ने उन्हें लूट लिया।’’
यादव मार्च 2020 में पार्टी विधायकों के एक वर्ग के विद्रोह के बाद कमलनाथ के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार के पतन का जिक्र कर रहे थे, जिससे 15 महीने बाद मप्र में भाजपा की सत्ता में वापसी का मार्ग प्रशस्त हुआ।
उन्होंने अपने वादे पूरे नहीं करने के लिए सत्तारूढ़ भाजपा पर निशाना साधा।
सपा नेता ने सवाल किया, ‘‘भाजपा ने युवाओं को नौकरी देने का वादा किया, किसानों से कहा गया कि उनकी आय दोगुनी हो जाएगी और उन्हें उनकी उपज का उचित मूल्य मिलेगा। क्या भाजपा ने अपने वादे पूरे किये?’’
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार (केंद्र में) ने (2016 में) नोटबंदी लागू की और फिर उन्हें (नोटों को) दोबारा छापकर भ्रष्टाचार में लिप्त रही।
उन्होंने कहा कि भाजपा बढ़ती महंगाई को रोकने में विफल रही है और केवल वोट हासिल करने के लिए झूठ बोलने में लगी हुई है।
उन्होंने पूछा कि दावा किया गया था कि नोटबंदी से किसानों को फायदा होगा और भ्रष्टाचार पर लगाम लगेगी। क्या ऐसा हुआ?
यादव ने कहा, ‘‘यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मध्य प्रदेश में अन्य पिछड़ा वर्ग (ओबीसी) को राज्य की आधी से अधिक आबादी होने के बावजूद सरकारी नौकरियों और शिक्षा में 27 प्रतिशत आरक्षण नहीं मिल रहा है।’’
उन्होंने दावा किया कि अगर सपा को सरकार बनाने का मौका मिलता है तो वह मध्य प्रदेश में जाति आधारित जनगणना कराएगी और यह सुनिश्चित करेगी कि पिछड़े समुदायों को उनकी आबादी के अनुसार आरक्षण मिले।