नई दिल्ली: अगर आप राजधानी दिल्ली में रहते हैं, तो ये खबर आपके बड़े काम की है। दिल्ली में अगले दो-तीन दिनों तक कुछ इलाकों में पानी की सप्लाई प्रभावित होगी। दरअसल हरियाणा से आने वाली नहर को नुकसान हुआ है, इस नहर से दिल्ली के कई इलाकों में पानी की सप्लाई होती है। इस नहर पर लगे पानी के 7 प्लांट प्रभावित हुए हैं। के अधिकारियों ने कहा कि सुबह-सुबह हरियाणा में सोनीपत के पास खुबरू और ककरोई रेगुलेटर के बीच कच्चे पानी को ट्रीटमेंट प्लांट तक ले जाने वाला कैरियर लाइन्ड चैनल (सीएलसी) टूट गया।30 लाख लोगों को होगी परेशानीजल मंत्री सौरभ भारद्वाज ने कहा, ‘हरियाणा सरकार और उसके सिंचाई विभाग के साथ युद्ध स्तर पर सीएलसी की बहाली पर काम किया जा रहा है। लिए मामला उठाया जा रहा है। वर्तमान में, हरियाणा से दिल्ली में कच्चे पानी की सप्लाई में लगभग 20% की कमी है।’ उन्होंने कहा कि हालांकि दिल्ली जल बोर्ड पानी की राशनिंग की कोशिश कर रहा है, लेकिन भीषण गर्मी में पानी सप्लाई न होने से लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इससे लगभग 30 लाख लोगों के लिए पानी की कमी हो सकती है। जल बोर्ड के एक सीनियर अधिकारी ने कहा, ‘पैच काफी बड़ा है और पड़ोसी राज्य के अधिकारियों के अनुसार क्षतिग्रस्त लाइन की मरम्मत में दो-तीन दिन लगेंगे।’सीएलसी से दिल्ली को करीब 750 क्यूसेक कच्चे पानी की आपूर्ति होती है, लेकिन खराब होने के कारण आपूर्ति घटकर 670 क्यूसेक रह गई है। दिल्ली के इन इलाकों में पानी सप्लाई प्रभावितसरकार के मुताबिक, बवाना, द्वारका, नांगलोई, हैदरपुर, वजीराबाद, चंद्रावल और ओखला के प्लांट प्रभावित होंगे। दिल्ली के कई क्षेत्रों जैसे मध्य, दक्षिण और नई दिल्ली जिलों, राष्ट्रपति भवन, सुप्रीम कोर्ट, दिल्ली उच्च न्यायालय, विभिन्न देशों के दूतावासों, अन्य महत्वपूर्ण इमारतों, उत्तरी और पश्चिमी दिल्ली के कुछ हिस्सों में पानी की सप्लाई पर असर पड़ेगा। मंगलवार को, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने घोषणा की थी कि सरकार ने प्रति दिन 1,000 मिलियन गैलन जल उत्पादन हासिल किया है। डीजेबी ने हरियाणा सिंचाई विभाग को पत्र लिखकर जनहित में स्थिति को आपात स्थिति के रूप में लेने को कहा है। डीजेबी के उपाध्यक्ष सोमनाथ भारती ने अधिकारियों से बात करने के बाद स्थिति का जायजा लिया और चौबीसों घंटे स्थिति पर नजर रखने के निर्देश दिए।