सहारनपुर/लखनऊ: यूपी के सहारनपुर में आजाद समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रेशखर आजाद के ऊपर ऊपर जानलेवा हमले के बाद विपक्षी दल सक्रिय हो गए हैं। अखिलेश यादव हों या फिर जयंत चौधरी की पार्टी राष्ट्रीय लोकदल, हर कोई योगी सरकार को कानून व्यवस्था के मुद्दे पर पूरी तरफ विफल बता रही है। दूसरी ओर, चंद्रशेखर आजाद पर हमले खबर सुनते ही देवबंद जिला अस्पताल के बाहर उनके समर्थकों की भीड़ जुट गई है। कई समर्थकों ने हंगामा भी किया। भीड़ को देखते हुए मौके पर भारी संख्या में पुलिस फोर्स तैनात है। समाजवादी पार्टी और आरएलडी के कई विधायक भी जिला अस्पताल पहुंचे हैं। सपा के मुखिया अखिलेश यादव ने चंद्रशेखर आजाद पर हमले के बाद योगी सरकार पर करारा हमला किया है। अपने ट्विटर हैंडल पर अखिलेश ने लिखा है- ‘सहारनपुर के देवबंद में आज़ाद सामाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आज़ाद पर सत्ता संरक्षित अपराधियों के द्वारा जानलेवा हमला घोर निंदनीय एवं कायरतापूर्ण कृत्य है। बीजेपी राज में जब जनप्रतिनिधि ही सुरक्षित नहीं तो आम जनता का क्या होगा? यूपी में जंगलराज!’ ‘हमलावरों को तुरंत पकड़ा जाए’राष्ट्रीय लोकदल ने भी योगी सरकार पर इस हमले को लेकर निशाना साधा। पार्टी की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि चंद्रेशखर आजाद पर जानलेवा हमला बेहद निंदनीय है। ये उत्तर प्रदेश में व्याप्त अराजकता और भाजपा सरकार के कानून व्यवस्था की गड़बड़ी का सबूत है। राष्ट्रीय लोकदल दोषियों की अविलंब गिरफ्तारी व चंद्रशेखर आजाद की सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग करता है।हद तोड़ने लगे हैं अराजकतत्व: शिवपाल सिंह यादव दूसरी ओर, सपा के राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल यादव ने भी इस हमले की तीखी आलोचना की है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौंसले इतने बुलंद हैं कि अराजक तत्व अपने सभी हदों और सरहदों को तोड़ने लगे हैं। यूपी में विपक्ष अब सत्ता व अपराधियों दोनों के निशाने पर है। भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर पर हुआ जानलेवा हमला प्रदेश के खोखले हो चुके कानून व्यवस्था के लिए एक अलार्म है। जाग जाओ सरकार! यूपी में विपक्षी नेताओं और पत्रकारों पर लगातार हो रहे हमले: अमिताभ ठाकुर वहीं, आजाद अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने भी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि चंद्रशेखर आजाद पर हुए हमले ने न सिर्फ उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था की असलियत को एक बार फिर सामने लाया है, बल्कि इस बात को भी साबित किया है कि उत्तर प्रदेश में विपक्षी नेताओं, आलोचकों, निंदकों और पत्रकारों के खिलाफ लगातार हिंसात्मक घटनाएं, हत्या आदि हो रही हैं। इसके राज्य पोषित होने की प्रबल संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने चंद्रशेखर पर हुए हमले की सीबीआई जांच की मांग की है।