MP: हनुमानजी की मूर्ति को लेकर 2 समुदायों में बवाल, जमकर चले ईंट-पत्थर; भारी फोर्स तैनात

मध्य प्रदेश के खंडवा में रविवार को दो समुदायों के बीच जमकर पथराव हुआ. देखते ही देखते स्थिति इतनी खराब हो गई कि डीएम और एसपी को भारी पुलिस बल के साथ खुद मौके पर पहुंच कर मोर्चा संभालना पड़ा. दोनों समुदायों के बीच यह तनाव एक मकान में हनुमान जी की मूर्ति स्थापित करने को लेकर हुआ. हालांकि पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर दोनों समुदाय के लोगों को खदेड़ दिया है. इस दौरान पत्थर लगने से कुछ पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. फिलहाल मौके पर तनाव पूर्ण शांति कायम है.
मामला खंडवा में दुबे कालोनी क्षेत्र के मुंशी चौक का है. पुलिस के मुताबिक एक मकान में कुछ लोग हनुमान जी की मूर्ति लगाकर पूजा पाठ कर रहे थे. इसी दौरान दूसरे समुदाय के लोगों ने आपत्ति की और इसी बात को लेकर दोनों पक्षों में कहासुनी हो गई. देखते ही देखते बवाल इतना बढ़ा कि दोनों पक्षों में मारपीट और पथराव शुरू हो गया. सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन हालात नियंत्रण से बाहर हो चुका था. ऐसे में खुद डीएम और एसपी कई थानों की पुलिस फोर्स के साथ पहुंचे. समझाने से मामला नहीं बना तो माहौल शांत करने के लिए पुलिस ने हल्का बल प्रयोग किया. इसके बाद दोनों समुदाय के लोग तीतर वितर हो गए.
दंगे की सूचना से हड़कंप
दो समुदायों के बीच तनाव की सूचना पर पुलिस और प्रशासन में हड़कंप मच गया. आनन फानन में तीन थानों की पुलिस मौके पर भेजी गई. नगर पुलिस अधीक्षक पूनम चंद यादव और एसडीएम अरविंद चौहान ने पहुंच कर दोनों पक्षों को शांत करने की कोशिश की. लेकिन मामला और भड़क गया. स्थिति नियंत्रण से बाहर जाने की सूचना पर खुद डीएम और एसपी अतिरिक्त पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और हल्का बल प्रयोग कर हालात को काबू किया.
पथराव में कई पुलिसकर्मी घायल
दोनों समुदायों के बीच हो रहे पथराव को काबू करने पहुंची पुलिस को भी काफी चोटें आई हैं. खुद नगर पुलिस अधीक्षक भी इस पथराव में चोटिल हो गए हैं. जबकि कई अन्य पुलिसकर्मियों को ईंट पत्थर लगे हैं. इस संबंध में पुलिस ने दोनों समुदाय के लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है.पथराव करने वालों की पहचान कर उनकी गिरफ्तारी के लिए दबिश शुरू कर दी गई है.
यह है मामला
पुलिस के मुताबिक दुबे कालोनी के मुंशी चौक पर रहने वाले गणेश जाधव ने पिछले दिनों अपने मकान के कुछ हिस्से को शेख असगर नामक व्यक्ति को बेच दिया था. इसी बीच रविवार की देर रात कुछ लोग पीछे के रास्ते इस हिस्से में घुसे और हनुमान जी की मूर्ति स्थापित कर दी. इसके बाद लोगों ने आरती शुरू कर दी. जानकारी होने पर शेख असगर और उनके पक्ष के लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. देखते ही देखते इस मामले में दोनों समुदाय के लोग आमने सामने आ गए.