प्रवासी भारतीय सम्मेलन के बाद अब मध्य प्रदेश के ग्लोबल इन्वेस्टर समिट से भी हंगामे की खबरें सामने आ रही हैं. हैरानी की बात ये है कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंच से हाथ जोड़कर कहा था कि ऐसा दोबारा नहीं होगा, लेकिन उनके कहने के दो दिनों बाद ही फिर से प्रबंधन में चूक का मामला सामने आया है. ग्लोबल इन्वेस्टर समिट के पहले दिन वहां पहुंचने वाले रतलाम, नीमच और मंदसौर के तकरीबन 47 उद्योगपतियों ने जमकर हंगामा किया. जानकारी के मुताबिक, उद्योगपतियों को कार्यक्रम स्थल के अंदर नहीं जाने दिया गया, जिससे नाराज हो उद्योगपतियों ने जमकर हंगामा किया.
दो दिन पहले ही प्रवासी भारतीय सम्मेलन में प्रवासी भारतीयों ने कार्यक्रम स्थल के अंदर नहीं जाने देने का आरोप लगाकर हंगामा किया था. इस घटना के बाद सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने मंच पर दोनों हाथ जोड़कर माफी मांगी थी. साथ ही उन्होंने ऐसी गलती दोबारा न दोहराने की बात भी कही थी, लेकिन दो दिन बाद ही ये दोहराव देखने को मिल गया.
आज यानी बुधवार से इंदौर में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन हुआ, लेकिन पहले ही दिन रतलाम, नीमच और मंदसौर सहित अन्य जगहों से आए 47 से अधिक उद्योगपतियों को कार्यक्रम स्थल के अंदर नहीं जाने दिया, जिसके कारण कार्यक्रम स्थल पर आए उद्योगपतियों ने जमकर हंगामा किया.
रजिस्ट्रेशन के बाद भी नहीं दी एंट्री
उद्योगपतियों का आरोप है कि उनसे रजिस्ट्रेशन करने के लिए 2000, 5000 और 6000 और कहीं-कहीं इससे भी ज्यादा रुपए लिए गए. रजिस्ट्रेशन कराने के बाद जब वो आज कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो उन्हें अंदर नहीं जाने दिया गया. उन्होंने आगे बताया कि जिन लोगों ने उन्हें न्योता दिया था वह लोग भी अब उनके फोन नहीं उठा रहे हैं.
CM से मीटिंग का भी था वादा
इन उद्योगपतियों को न्योता देने वाले लोगों ने मुख्यमंत्री से मीटिंग करवाने की भी बात भी इन उद्योगपतियों से की थी, लेकिन जब वह कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे तो उन्हें कार्यक्रम स्थल के अंदर तक नहीं जाने दिया. उद्योगपतियों के हंगामे के वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहे हैं.