लखनऊ: प्रयागराज में 24 फरवरी को हुए उमेश पाल हत्याकांड () के बाद पूर्व सांसद () और उसके करीबियों की मुश्किलें बढ़ गईं हैं। इस मर्डर में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ को मास्टर माइंड बताया गया है। अतीक की पत्नी शाइस्ता भी नामजद हैं, अतीक का बेटा असद हत्याकांड के मुख्य शूटर के तौर पर आरोपी है। हत्या के बाद इस कांड में शामिल दो लोग एनकाउंटर में मारे जा चुके हैं। इस पूरे हमले में अहम भूमिका निभाने वाले पांच लोग अभी भी पुलिस की पहुंच के बाहर हैं। ढाई लाख का इनामी अतीक का बेटा असद भी उनमें शामिल है। ऐसी चर्चा है कि असद बहराइच के रास्ते नेपाल भाग गया है। अब उसकी तलाश में नेपाल पहुंची है। इस मामले की कमान बिकरू कांड के बाद चर्चा में रहे आईपीएस अनंत देव तिवारी के हाथों में है। राजू पाल मर्डर के मुख्य गवाह उमेश पाल के मर्डर के बाद हालात ये हैं कि अतीक का लगभग आधा परिवार जेल में है, बाकी फरार हैं। खुद अतीक साबरमती जेल में और अशरफ अतीक के दो बेटे अली और उमर पहले से ही जेल में हैं। अतीक का भाई अशरफ बरेली जेल में है। दो नाबालिग बेटे एहजम और अबान का पता नहीं चल रहा है। अतीक की पत्नी का यूपी पुलिस पर आरोप है कि उसने दोनों नाबालिग बेटों का गायब कर दिया। इस बीच, मर्डर में हिस्सा लेने वाले शूटर साबिर के साथ सीसीटीवी फुटेज जारी होने के बाद खुद शाइस्ता फरार हैं। पुलिस उन्हें भी खोज रही है। अतीक अहमद का पांचवां बेटा असद 24 फरवरी को हुए गोलीकांड के बाद सुर्खियों में है। हमले की सीसीटीवी फुटेज में काले कपडे़ पहने एक शख्स को गोली चलाते देखा गया है। पुलिस का दावा है कि वह असद ही है। इस मामले में अब तक अरबाज और शूटर उस्मान उर्फ विजय चौधरी को मुठभेड़ में मार गिराया गया है। इलाहाबाद यूनिवर्सिटी के मुस्लिम हॉस्टल में रहने वाले सदाकत को पुलिस अरेस्ट कर चुकी है। बाकी असद समेत, शूटआउट में शामिल शूटर अरमान, मोहम्मद गुलाम, बमबाज गुड्डू मुस्लिम और मोहम्मद साबिर पर पुलिस ने ढाई-ढाई लाख का इनाम घोषित कर रखा है। चर्चा है कि असद ने पुलिस की आंख में धूल झोंकने के लिए अपना फोन और एटीएम लखनऊ में ही रखवाए थे ताकि घटना वाले दिन अपनी लोकेशन प्रयागराज की जगह लखनऊ साबित कर सके। लेकिन ऐसा हो न सका। पुलिस ने उसे खोजना शुरू किया तो पता चला कि वह बहराइच के रास्ते पड़ोसी देश नेपाल में दाखिल हो चुका है। इसी बीच, घटनाक्रम में एंट्री हुई है यूपी पुलिस के तेजतर्रार आईपीएस अधिकारी में शुमार एनकाउंटर स्पेशलिस्ट अनंत देव तिवारी की। उन्हें यूपी एटीएस में लाया गया है। अनंत देव तिवारी का नाम कानपुर के कुख्यात बिकरू कांड के बाद और चर्चित हुआ था। इसमें मुख्य आरोपी विकास दुबे को उज्जैन से यूपी लाते समय पुलिस की गाड़ी पलट गई थी, भागने की कोशिश में विकास दुबे मारा गया था। अनंत देव तिवारी ने कुख्यात दस्यु ठोकिया और ददुआ के एनकाउंटर में अहम भूमिका निभाई थी। बिकरू कांड के बाद उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था। अब के बाद उन्हें वापस एटीएस में लाया गया है।