यूक्रेन ने रूस पर किया अब तक का सबसे बड़ा हमला, अमेरिकी ‘ब्रह्मास्त्र’ ने ली 500 सैनिकों की जानें? एक गलती पड़ी भारी

मॉस्को/कीव : रूस और यूक्रेन की जंग को 10 महीने से अधिक समय बीत चुका है। कुछ दिनों पहले जब पूरी दुनिया नए साल के जश्न में डूबी हुई थी जब ये दोनों देश एक-दूसरे पर आग बरसा रहे थे। 31 दिसंबर की रात रूसी ड्रोन हमलों के बाद 1 जनवरी को यूक्रेन ने रूसी कब्जे वाले डोनेट्स्क पर अब तक का सबसे बड़ा हमला किया। यह हमला एक स्कूल की इमरात पर किया गया जिसमें रूसी सैनिक छिपे हुए थे। रूस के रक्षा मंत्रालय ने कहा कि यूक्रेन ने छह अमेरिकी HIMARS रॉकेटों से हमला किया। रूस के समारा क्षेत्र के गवर्नर ने कहा कि मारे गए सैनिकों में से कई स्थानीय थे।

तस्वीरों में हमले के बाद स्कूल का मलबा देखा जा सकता है। हमले में मारे गए सैनिकों की संख्या को लेकर दो तरह के दावे किए जा रहे हैं। रूसी रक्षा मंत्रालय ने सोमवार को कहा कि हमले में 63 से अधिक सैनिकों की मौत हो गई। हालांकि रूस लगातार हताहतों की संख्या को लगातार कम करके बताता रहा है। अप्रैल 2022 में युद्धपोत Moskva के डूबने के दौरान रूस ने सिर्फ एक व्यक्ति की मौत का दावा किया था। लेकिन यूक्रेन का दावा इसके ठीक विपरीत है।

500 लोगों के मारे जाने का दावा

यूक्रेन ने हताहतों की संख्या कहीं अधिक होने का दावा किया है, जिसमें कहा गया है कि लगभग 400 लोग मारे गए। इसी से मिलता-जुलता आंकड़ा अमेरिका भी बता रहा है। अमेरिकी अधिकारियों ने पत्रकार डेविड मार्टिन को बताया कि यूक्रेनी HIMARS हमले में लगभग 200 से 500 रूसी मारे या घायल हुए हैं। कहा जा रहा है कि गोला-बारूद और सैन्य उपकरण भी उसी इमारत में छिपाए गए थे जिसमें सैनिक थे जिसने इस धमाके को और विनाशकारी बना दिया। Wagner ग्रुप से जुड़े एक टेलीग्राम चैनल ‘ग्रे जोन’ ने कहा कि बिल्डिंग में करीब 500 लोग छिपे हुए थे।

फोन इस्तेमाल करने से मिली लोकेशन?

यूक्रेन के इस हमले ने रूस में आक्रोश पैदा कर दिया है। खबरों की मानें तो रूसी सैनिक अपने मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर रहे थे जिससे यूक्रेनी सेना को अपने टारगेट का पता चल गया। टेलीग्राम चैनल ग्रे जोन ने कहा, ‘जैसा कि उम्मीद थी, मकीवका में जो कुछ हुआ उसका दोष उल्टा सैनिकों के सिर मढ़ा जा रहा है। उन्होंने अपने फोन चालू किए और स्पॉट कर लिए गए।’ इस चैनल ने इमारत में बड़ी संख्या में सैनिकों को ठहराने के लिए कमांडरों को दोषी ठहराया है।

अमेरिका का HIMARS फिर चर्चा में

इस हमले ने अमेरिका के HIMARS को एक बार फिर चर्चा में ला दिया है जिसका इस्तेमाल यूक्रेन रूस के खिलाफ कर रहा है। यूएस आर्मी के लिए 1990 के दशक के आखिर में M142 हाई मोबिलिटी आर्टिलरी रॉकेट सिस्टम को विकसित किया गया था। इस रॉकेट सिस्टम को अमेरिका के M1140 ट्रक के ऊपर लगाया जाता है। इसकी हर यूनिट में छह जीपीएस गाइडेड रॉकेट शामिल होते हैं जिसे एक छोटी क्रू भी सिर्फ एक मिनट में दोबारा लोड कर सकती है।

अब तक का सबसे शक्तिशाली हथियार

अमेरिका की ओर से दिए गए सिस्टम की रेंज करीब 80 किमी है, जो अमेरिकी M777 हॉवित्जर की रेंज से दोगुनी है। यूक्रेन ने मई में इसे युद्ध के मैदान पर उतारा था। मिडियम रेंज का रॉकेट सिस्टम HIMARS अमेरिका की ओर से यूक्रेन को दिया अब तक का सबसे शक्तिशाली हथियार है। यूक्रेन का दावा है कि अमेरिका के HIMARS ने रूस की एस-400 मिसाइल सिस्टम को भी नष्ट कर दिया था। हालांकि इस दावे में कितनी सच्चाई है, कहना मुश्किल है।