
राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के चुनाव पर पेंच इसलिए फंसा है क्योंकि चुनाव अधिकारी बनाए गए रिटायर्ड आईएएस रामलुभाया ने पद से इस्तीफा दे दिया था। वैभव गहलोत की वजह से राज्य में इस चुनाव को लेकर राजनीति गरमाई हुई है।
आरसीए के चुनाव के लिए वैभव गुट ने सुनील अरोड़ा को चुनाव अधिकारी नियुक्त करने की बात कही थी। कोर्ट ने इसके लिए दस्तावेज मांगे थे और पर सुनवाई के लिए सुनवाई के लिए 22 नवंबर की तारीख तय की थी। इसकी जरूरत इसलिए पड़ी थी क्योंकि इससे पहले रिटायर्ड आईएएस अधिकारी रामलुभाया को चुनाव अधिकारी बनाया गया था, लेकिन उन्होंने इस्तीफा दे दिया। इसके बाद जिला क्रिकेट संघों ने हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी।
चुनाव अधिकारी के रूप में सुनील अरोड़ा की नियुक्ति को लेकर नांदू गुट को भी कोई आपत्ति नहीं है। नागौर जिला क्रिकेट संघ के सचिव राजेंद्र सिंह नांदू का कहना है कि सुनील अरोड़ा की नियुक्ति गलत तरीके से की गई है। उनका आरोप है कि वैभव गुट ने गलत तरीके से कार्यकारिणी की बैठक बुलाकर उन्हें नियुक्त किया है। उनका कहना है कि सुनील अरोड़ा की नियुक्ति को लेकर उन्हें कोई दिक्कत नहीं है, बशर्ते हाई कोर्ट इसे मंजूरी दे।