केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह तीन दिवसीय दौरे पर सोमवार को जम्मू-कश्मीर पहुंचे हैं. उनके घाटी में प्रवेश करते ही जम्मू डीजीपी जेल हेमंत कुमार लोहिया की हत्या से खौफ का माहौल पसर गया है. शाह के दौरे से आतंकी बौखलाए हुए हैं. लिहाजा वो लगातार आतंकवादी गतिविधियों को अंजाम देकर घाटी में असुरक्षा का माहौल पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं. शाह अपनी केंद्र शासित प्रदेश की यात्रा के दौरान राजौरी और बारामूला जिलों में रैलियों को संबोधित करेंगे और घाटी में सुरक्षा की स्थिति का जायजा लेंगे.
जम्मू कश्मीर में जल्द ही चुनाव होने हैं, ऐसे में बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने के लिए वह लोकलुभावन घोषणाएं भी करेंगे. शाह के दौरे के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया गया है. पिछले हफ्ते के दौरान जम्मू-कश्मीर में दो बड़े आतंकी हमले हो चुके हैं. ऐसे सुरक्षा में किसी भी तरह की चूक की गुंजाइश नहीं रहने दी गई है. हालांकि डीजीपी जेल हेमंत कुमार लोहिया की हत्या से सनसनी फैल गई है. डीजीपी की हत्या की जिम्मेदारी आंतकी संगठन TRF ने ली है.
‘भविष्य में देते रहेंगे ऐसी घटना को अंजाम’
आतंकी संगठन ने एक प्रेस रिलीज जारी किया है. TRF ने इसमें लिखा कि DGP की हत्या गृह मंत्री के दौरे से पहले उन्हें गिफ्ट है. संगठन ने लिखा, ‘हमारे स्पेशल स्क्वाड ने जम्मू के उदयवाला में एक खुफिया-आधारित ऑपरेशन को अंजाम दिया है. इसके तहत डीजीपी की हत्या की गई है, जो टारगेट पर थे. ये घटना भारत में हिंदुत्व शासन और उसके सहयोगियों को चेतावनी है कि डीजीपी की हत्या की घटना तो अभी हाई-प्रोफाइल ऑपरेशन्स की शुरुआत है. हम कभी भी और कहीं भी सटीकता के साथ अटैक करते हैं. ऐसे में कड़ी सुरक्षा के बीच दौरे पर आए गृह मंत्री (अमित शाह) के लिए यह एक छोटा सा गिफ्ट है. भगवान की मर्जी रही तो हम भविष्य में भी इस तरह के ऑपरेशन्स को अंजाम देना जारी रखेंगे.’