लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर को अज्ञात हमलावरों ने मारा, एक हफ्ते में भारत में वॉन्‍टेड दूसरे आतंकी की हत्या

नई दिल्ली: अज्ञात बंदूकधारियों ने पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में लश्‍कर-ए-तैयबा के कमांडर अकरम गाजी को गोलियों से भून दिया। गाजी 2018-20 के बीच लश्‍कर के टॉप रिक्रूटर्स में से एक था। पिछले साल में घाटी में घुसपैठ करने वाले आतंकियों को रैडिकलाइज करने में उसकी अहम भूमिका थी। पिछले एक हफ्ते में यह दूसरा वाकया है जब भारत में वांछित आतंकवादी को इस तरह मारा गया हो। रविवार को 2018 में जम्मू-कश्मीर के सुजवां में आतंकी हमले के मास्टरमाइंड ख्वाजा शाहिद को अगवा कर लिया गया था। बाद में उसकी सिरकटी लाश पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास मिली। पाकिस्तानी एजेंसियों की जांच दो एंगल पर चल रही है- स्‍थानीय स्‍तर पर प्रतिद्वंदियों की भूमिका और लश्‍कर में आपसी टकराव। गाजी की हत्‍या लश्‍कर और पाकिस्‍तानी खुफिया एजेंसी ISI के लिए बड़ा झटका है। हालांकि, एक सूत्र ने कहा कि ISI इस हत्‍या को डाउनप्‍ले कर रही है।गाजी को बाजौर जिले में बाइक सवार हमलावरों ने गोलियां मारीं। हमारे सहयोगी टाइम्‍स ऑफ इंडिया को एक सूत्र ने बताया, ‘गाजी लश्‍कर की सेंट्रल रिक्रूटमेंट सेल का प्रमुख सदस्य था और भारत के खिलाफ जहरीले बयानों के लिए जाना जाता था।’आतंकवादियों का काल बने ‘अज्ञात हमलावर’हाल के दिनों में लश्कर के किसी आतंकी की यह दूसरी हत्या है। सितंबर में POK के रावलकोट में अल कुद्दूस मस्जिद के बाहर लश्कर कमांडर रियाज अहमद की हत्या कर दी गई थी। गाजी की हत्या वॉन्टेड आतंकवादी और खालिस्तान कमांडो फोर्स (KCF) के प्रमुख परमजीत पंजवार की मौत की याद दिलाती है। पंजवार की मई में अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। इसी तरह, लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी मौलाना रहमान की कराची के गुलिस्तान-ए-जौहर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। लश्‍कर के ही मुफ्ती कैसर फारूक को गुलशन-ए-उमर मदरसे में गोली मारी गई थी।