‘कल मोदी सरकार तो गिर ही जाती’….जानिए ममता बनर्जी ने आखिर क्यों कह दी इतनी बड़ी बात!

कोलकाता: केंद्रीय बजट को लेकर अभी देशभर में घमासान जारी है। ऐसे में ममता बनर्जी ने केंद्र की मोदी सरकार के गिर जाने का दावा किया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गुरुवार को एक जनसभा में कहा,’कल तो मोदी सरकार गिर ही जाती। जानते हैं क्यों? क्योंकि शेयर बाजार में भूचाल आ गया था। तब दूसरे लोगों से मदद ली गई।’ गौरतलब है कि ममता बनर्जी ने अडानी ग्रुप को लेकर यह बातें कही। अडानी ग्रुप पर धांधली और धोखाधड़ी के आरोप को लेकर पूरे देश में खलबली मची हुई है। ऐसे में बुधवार को केंद्रीय बजट में कई घोषणाएं की गईं। लेकिन जबकि निम्न वर्ग के लिए ऐसी कोई घोषणा नहीं की गई है। आयकर छूट की सीमा बढ़ा दी गई है। इस संदर्भ में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने केंद्र सरकार पर हमला बोला। ममता ने गुरुवार को बर्दवान में प्रशासनिक बैठक की। उन्होंने वहीं से केंद्र पर निशाना साधा।

खा गए सारी नौकरियां

मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा, ‘कल केंद्र में बजट पेश किया गया। बजट में बेरोजगारों के लिए कुछ भी नहीं है। उनके लिए वित्त मंत्री ने एक शब्द खर्च नहीं किया। जब चुनाव आता है तो बीजेपी कहती हैं हम 2 करोड़ नौकरी देंगे। जब चुनाव खत्म हुआ तो सारी नौकरी खा जाते हैं। सारे उद्योग धंधे बंद करा दिए हैं। कल सरकार गिर रही थी। क्योंकि शेयर बाजार गिर गया था। शेयर बाजार को खड़ा करने को सभी से फोन कर पैसे मांगे गए। अगर लोगों ने पैसे नहीं दिए होते तो सरकार गिर ही जाती। शेयर बाजार गिर गया था। छह-आठ लोगों को फोन कर पैसे मांगे गए। किसी से 20 हजार करोड़, तो किसी से 30 हजार करोड़ तो किसी से कोई 10 हजार करोड़ रुपये मांगे गए।’

जिनके शेयर गिर रहे थे..

ममता बनर्जी ने यह भी कहा, ‘जिनके शेयर गिर रहे थे, उनसे पैसे देने को कहा गया। हम उन लोगों के नाम जानते हैं जिन्हें बुलाया गया था। लेकिन मैं किसी का नाम लेकर कुछ भी कहना नहीं चाहती। एक अमेरिकी निवेश अनुसंधान फर्म, हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट ने हाल ही में अडानी समूह पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। कर चोरी से लेकर कई फर्जी कंपनियों के जरिए कारोबार करने तक, भारी मात्रा में कर्ज छुपाने के आरोप सामने आए। भारत के सबसे बड़े औद्योगिक समूहों में से एक के बारे में कहा जाता है कि वह नियमित रूप से शेयर की कीमतों में धांधली करता है। तब से अडानी को शेयर बाजार में भारी नुकसान का सामना करना पड़ा है।