ललितपुर जिले के थाना सौजना के मोहल्ला ठकरासपुरा निवासी 35 वर्षीय चरण सिंह पुत्र हुकुम सिंह का वर्ष 2004 में आर्मी में सेलेक्शन हुआ था। चरण सिंह अक्टूबर में एक महीने की छुट्टी पर घर आया था और उसके बाद एक महीने की छुट्टी बढ़वा ली थी। जिसके चलते 3 दिसम्बर को चरण सिंह ड्यूटी पर चला गया था। शुक्रवार को चरण सिंह के जुड़वा बच्चे 3 वर्षीय पुत्र सुख सिंह और पुत्री नव्या का जन्मदिन था। जिसके चलते सुबह चरण सिंह ने फोन करके बच्चों को जन्मदिन की बधाई दी थी। शाम को जब बच्चे केक काटने की तैयारी कर रहे थे। उसी समय सिक्किम से यूनिट के अधिकारी का फोन चरण सिंह के बड़े भाई बृजपाल सिंह पास आया और चरण सिंह के शहीद होने की दुखद सूचना दी। घटना की जानकारी लगते ही घर में कोहराम मच गया।
छोटा भाई भी हवलदार था
शहीद के बड़े भाई बृजपाल सिंह बताया कि चरण सिंह तीन भाइयों में सबसे छोटा था। उसके जुड़वा पुत्र-पुत्री हैं। पिता खेती किसानी करते है। उन्होंने बताया कि उसका छोटा भाई आर्मी में हवलदार के पद पर तैनात था। थानाध्यक्ष सौजना सन्दीप सेंगर ने बताया कि उन्हें शाम को सूचना मिली तो वह शहीद जवान के घर गए। जहां उनके पिता और बड़े भाई मिले। उन्होंने भाई के शहीद होने की जानकारी दी है।