ट्रंप की सुरक्षा पर उठे सवाल, लोगों का आरोप पुलिस को हमलावर के बारे में बताया फिर भी कुछ नहीं किया गया

वॉशिंगटन: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की सुरक्षा में बड़ी चूक देखी गई है। ट्रंप को एक हमलावर ने गोली मारी, जिसे तुरंत सीक्रेट सर्विस के स्नाइपर ने ढेर कर दिया। लेकिन अब ट्रंप की सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े हो गए हैं। कई गवाहों ने कहा कि ट्रंप के हमलावर को लेकर उन्होंने सीक्रेट सर्विस को तीन से चार मिनट पहले जानकारी दी थी। बीबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक ग्रेग स्मिथ नाम के चश्मदीद ने कहा कि उसने कार्यक्रम के ठीक बाहर एक इमारत पर हमलावर को रेंग कर चढ़ते देखा।

टेलीग्राफ की रिपोर्ट के मुताबिक ग्राउंड के बाहर मौजूद रहे एक अन्य गवाह ने कहा कि उसने और उसके दोस्तों ने बिल्डिंग पर रेंगते हुए आदमी के बारे में पुलिस को बताया था।उसने दावा किया कि कुछ मिनट बाद बंदूकधारी ऐसी स्थिति में था कि वह पांच बार ट्रंप पर गोली चला सका। इसके बाद सीक्रेट सर्विस ने हमलावर के सिर में गोली मारी। सीक्रेट सर्विस पर भी अब सवाल उठने लगे हैं।

यह पूछा जा रहा है कि आखिर ट्रंप की रैली में यह सुरक्षा चूक कैसे हो गई। इस घटना में एक दर्शक की मौत हो गई। जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। ग्रेग ने कहा, ‘मैंने पुलिस को हमलावर के बारे में बताया। मैं यही सोच रहा था कि आखिर ट्रंप अभी भी क्यों बोल रहे हैं। सीक्रेट सर्विस ने उन्हें स्टेज से क्यों नहीं उतारा। इसके बाद तो पांच गोली चली।’

गोली चलते ही सीक्रेट सर्विस ने ट्रंप को घेर लिया और उन्हें दूर ले जाया गया। ट्रंप के चेहरे पर खून लगा था। बाद में पता चला कि उनके कान पर एक गोली लगी है। बंदूकधारी ट्रंप से लगभग 120 मीटर की दूरी पर था। इस बात को लेकर सवाल उठ रहे हैं कि आखिर ट्रंप के इतने करीब एक आदमी राइफल लेकर कैसे पहुंचा? ग्रेग ने दावा किया कि उन्होंने जब पुलिस को हमलावर के बारे में बताया तो उन्होंने कुछ नहीं किया। अगर पुलिस अलर्ट होती तो हमला होने से बच जाता।

उन्होंने कहा, ‘हमने हमारे पास की इमारत पर एक शख्स को रेंगते हुए देखा। उसके पास राइफल थी जो हम देख सकते थे। हम उसकी ओर इशारा कर रहे हैं और पुलिस नीचे जमीन पर इधर-उधर भाग रही थी। हम कह रहे थे कि छत पर एक आदमी राइफल के साथ है और पुलिस को नहीं पता था कि क्या हो रहा है।’

हालांकि उन्होंने कहा कि शायद छत की ढलान के कारण हमलावर नहीं दिखा होगा। वह यह भी सवाल करते हैं कि आखिर छत पर सीक्रेट सर्विस क्यों नहीं थी। वह कहते हैं कि यह 100 फीसदी सुरक्षा की चूक है।