हार्ट डिजीज से बचने के लिए मोटापे को कंट्रोल में रखें, लाइफस्टाइल में करें ये बदलाव

अगर आपके शरीर में मोटापा बढ़ रहा है तो ये खतरनाक हो सकता है. इससे हार्ट डिजीज होने का खतरा रहता है. इसलिए अगर बीएमआई ज्यादा है तो शरीर में मोटापे को कम करना चाहिए. यूरोपियन हार्ट जनरल में छपी रिसर्च के मुताबिक, बजन का बढ़ना शरीर को नुकसान पहुंचाता है. मोटापा हार्ट अटैक के जोखिम को बढ़ाता है और ब्लड से जुड़ी बीमारियां भी हो सकती हैं.
रिसर्च में कहा गया है कि बॉडी फैट मास की वजह से हार्ट से संबंधित कई बीमारियां हो सकती हैं. जिन लोगों को जेनेटिक हार्ट डिजीज है उन्हें मोटापा बढ़ने से हार्ट अटैक का खतरा हो जाता है. हालांकि लाइफस्टाइल को ठीक करके मोटापे की समस्या को कम किया जा सकता है. इसके लिए जरूरी है कि डाइट में प्रोटीन और विटामिन को शामिल करें. फैट और जंक फूड का सेवन कम करें. भोजन में नमक, मैदा और चीनी को कम से कम लें और रोजाना आधा घंटा एक्सरसाइज करें.
इतना वजन है खतरनाक
फिजिशिनय डॉ कवलजीत सिंह बताते हैं कि पुरुषों में बीएमाई अगर 22 से ज्यादा हो गया है तो ये बढ़ते फैच की समस्या मानी जाती है. 25 से 30 बीएमआई का मतलब है कि वजन मानक से ज्याादा है औऱ 30 से ज्यादा बीएमआई को होना मोटापे की समस्या मानी जाती है. अगर बीएमआई 30 से ज्यादा है तो हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है. जो लोग मोटापे से पीड़ित है और शराब का सेवन करते हैं साथ ही धूम्रपान भी करते हैं उन्हें हार्ट अटैक आने का खतरा रहता है.
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं का कहना है कि मोटापे से पीड़ित 10 फीसदी लोगों में हाई कोलेस्ट्रॉल मिलता है. जो हार्ट अटैक का एक बड़ा कारण बन सकता है. मोटापे की वजह से पेट से संबंधित बीमारियां होने की आशंका भी रहती है. इससे हार्ट बीट अनियमित हो सकती है. कई बार अचानक से सांस फूलने की समस्या भी हो जाती है.
मोटापे से अस्थमा, टाइप-2 डायबिटीज का भी खतरा रहता है. टाइप-2 डायबिटीज से भी हार्ट डिजीज बढ़ती है. कई मामलों में लोगों को डायबिटीज और मोटापे की समस्या एक साथ हो जाती है जो हार्ट अटैक का कारण बनती है. ऐसे में जरूरी है कि लोग मोटापे को कम करने के लिए प्रयास करें.
इन बातों का रखें ध्यान
बीएमआई 30 से ज्यादा है तो वजन कम करें
रोजाना कम से कम आठ गिलास पानी पीएं
बाहर का खाने से परहेज करें
नींद का पैटर्न ठीक रखें
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