नई दिल्ली: इस मॉनसून सीजन के दौरान देश भर में 934.8 एमएम बारिश हुई है। यह सामान्य से 107.6 प्रतिशत है। यानी सीजन में 7.6 प्रतिशत अधिक बारिश हुई है। मध्य भारत में 19 प्रतिशत अधिक बारिश हुई। वहीं साउथ पेनिनसुला में 14 प्रतिशत अधिक, नार्थवेस्ट इंडिया में सात प्रतिशत अधिक बारिश हुई। वहीं ईस्ट और नॉर्थईस्ट इंडिया में 14 प्रतिशत कम बारिश दर्ज की गई। इस साल मॉनसून के चार महीने में जून में 11 प्रतिशत कम, जुलाई में 9 प्रतिशत अधिक, अगस्त में 15.3 प्रतिशत अधिक और सितंबर में 11.6 प्रतिशत अधिक बारिश हुई।अक्टूबर में सामान्य से अधिक गर्मीअक्टूबर में देश के ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से अधिक गर्मी रहेगी। आईएमडी के डीजी डॉ मृत्युंजय महापात्रा ने बताया कि अक्टूबर में देश के अधिकांश हिस्सों में अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहेगा। मध्य भारत और साउथ पेनिनसुला के कुछ हिस्सों में ही यह सामान्य से कम रह सकता है। वहीं अक्टूबर से दिसंबर के दौरान नॉर्थवेस्ट इंडिया में बारिश सामान्य से कम रहेगी। वहीं इस दौरान मध्य भारत के कुछ हिस्सों, साउथ पेनिनसुला और नॉर्थईस्ट इंडिया के कुछ हिस्सों में बारिश सामान्य से अधिक हो सकती है। आईएमडी के अनुसार इस दौरान साउथ पेनिनसुला में सामान्य से 112 प्रतिशत बारिश हो सकती है। सामान्य तौर पर इस दौरान 334.13 एमएम बारिश होती है। देश के ज्यादातर हिस्सों में बारिश सामान्य या सामान्य से कम होने का अनुमान है। वहीं अकटूबर में देश भर में 115 प्रतिशत बारिश का अनुमान है। अक्टूबर के दौरान सामान्य तौर पर 75.4 एमएम बारिश होती है। इसके बावजूद नॉर्थईस्ट और नॉर्थवेस्ट इंडिया में कम बारिश की संभावना है।इस मॉनसून सीजन मौसमी घटनाओं में हुई 1492 लोगों की मौतबाढ़ और बारिश से सबस अधिक 895 मौतेंइस मॉनसून सीजन में देश भर में प्रकृतिक आपदाओं और तीव्र मौसमी घटनाओं में 1492 लोगों की जान गई। आईएमडी के अनुसार सबसे अधिक जिंदगियां बाढ़ और बारिश की घटनाओं में गईं। इनमें 895 लोगों की जानें गईं। वहीं 597 जानें आंधी, तूफान व बिजली गिरने से गईं।देश भर में 525 भारी बारिश की घटनाएंआईएमडी के अनुसार देश भर में 525 भारी बारिश की घटनाएं हुईं। यह बीते पांच सालों में सबसे अधिक हैं। जब एक दिन में 115.6 से 204.5 एमएम तक बारिश हो तो इसे भारी बारिश कहा जाता है। वहीं 96 अति भारी बारिश की घटनाएं हुई हैं। यह तब होती है जब एक दिन में 204.5 एमएम बारिश होती है।लू की वजह से हुई 17 लोगों की मौतआईएमडी के अनुसार 17 लोगों की मौत लू की वजह से हुई। इनमें 13 मौतें झारखंड और चार राजस्थान में हुईं। यह मौतें मॉनसून सीजन के शुरूआत में हुईं। केरल के वायनाड जिले में 30 जुलाई को हुई लैंड स्लाइट में 397 जानें गईं। वहीं असम में 102 और मध्य प्रदेश में 100 मौतें हुईं। वहीं राजधानी दिल्ली में 13 मौतें बाढ़ और बारिश की वजह से हुईं। वहीं बिजली गिरने और आंधी की वजह से मध्य प्रदेश में सबसे अधिक 189 मौतें, उत्तर प्रदेश में 138, बिहार में 61 और झारखंड में 53 मौते हुईं।