इस बार फरवरी में दहक रही दिल्‍ली, क्‍या टूटेगा 55 सालों की गर्मी का रेकॉर्ड

नई दिल्‍ली: फरवरी के महीने में गर्मी ने दिल्‍ली-एनसीआर की हालत खराब कर रखी है। दिन की तो बात छोड़‍िए, रात के वक्‍त चादर ओढ़ने पर पसीने छूट रहे हैं। हालत यह है कि अधिकतम तापमान लगातार 30 डिग्री से ऊपर दर्ज हो रहा है। दिल्ली में सोमवार को अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री के स्तर को छू गया। यह सामान्य से 9 डिग्री अधिक है। 17 साल बाद फरवरी में इतनी अधिक गर्मी देखने को मिली है। इससे पहले 2006 की फरवरी में इससे ज्यादा गर्मी पड़ी थी। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिन तापमान 33 डिग्री के करीब रहेगा। वहीं प्राइवेट मौसम एक्सपर्ट के अनुसार, मंगलवार का दिन काफी अहम हो सकता है। तापमान एक नया रेकॉर्ड बना सकता है। इसके बाद बढ़ते तापमान पर ब्रेक लग सकता है। लेकिन तापमान में कमी की ज्यादा उम्मीद नहीं है।सोमवार को सफदरजंग का अधिकतम तापमान 33.6 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ। यह पिछले 55 सालों के दौरान फरवरी में दर्ज हुआ तीसरा सर्वाधिक तापमान है। 26 फरवरी 2006 को 34.1 डिग्री तापमान दर्ज हुआ था जो रेकॉर्ड है। उससे पहले 17 फरवरी 1993 का अधिकतम तापमान 33.9 डिग्री रहा था। गेहूं के उत्पादन पर पड़ सकता है असरफरवरी में ही तापमान में तेजी से हो रहे इजाफे ने किसानों की परेशानियों को भी बढ़ा दिया है। तेजी से बढ़ रहा तापमान गेहूं की फसल को नुकसान पहुंचा सकता है। मार्च में होने वाली गर्मी अभी फरवरी में ही पड़नी शुरू हो गई है और यह गेहूं की फसल के लिए ठीक नहीं है। विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के असर के चलते मौसम में हो रहे बदलाव का सभी फसलों पर असर पड़ता है। मार्च तक हल्की ठंड रहने के कारण दाना पूरी तरह से फूलता है लेकिन अभी जो गर्मी पड़ रही है, उससे दाने का वजह कम हो जाता है। साथ ही पैदावार घट जाती है और अगर इसी तरह की गर्मी अगले कुछ दिन और जारी रहती है तो निश्चित रूप से हरियाणा- पंजाब समेत कई जगहों पर गेहूं की पैदावार पर असर पड़ेगा।