
प्राथमिक विद्यालय जोतिया बेलहरी में सहायक अध्यापक के पद पर तैनात रिया के पिता रामधन तिवारी बताते हैं कि जब वह 2 साल की थी, तब से उसने किताबें पढ़नी शुरू कर दी थी। रिया जिस भी किताब को देखती थी, उसे पूरा पढ़ने की कोशिश करती थी। अपनी जिज्ञासा से संबंधित सवाल जवाब भी करती थी। याददाश्त क्षमता तेज होने के कारण एक बार पढ़ी गई विषय वस्तु उसे याद हो जाती है। कबीर, तुलसीदास, सूर्यकांत त्रिपाठी निराला, सूरदास और प्रधानमंत्री मोदी का जीवन परिचय भी रिया को याद है। तीसरी क्लास में पढ़ाई करने वाली रिया इंटरमीडिएट तक की किताबें आसानी से पढ़ लेती है। इस वर्ष हुई शिक्षक पात्रता परीक्षा के 50% से अधिक प्रश्नों को रिया ने आसानी से हल कर दिया था। रिया की प्रतिभा को देखकर लोग अचंभित हैं।
रिया को मिलेगी शिक्षा विभाग से मदद
वहीं जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अखिलेश प्रताप सिंह का कहना है कि रिया जैसी प्रतिभा का परिषदीय स्कूल में होना बेसिक शिक्षा विभाग के लिए गौरव की बात है। जल्द ही इस बच्ची से मुलाकात करूंगा और विभागीय स्तर से जो भी सुविधा होगी उसे उपलब्ध कराई जाएगी। ताकि वह आगे बढ़ सके और अपने परिवार के साथ विभाग का नाम रोशन कर सके।
रिपोर्ट – विशाल सिंह