नई दिल्ली : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान विपक्ष खासकर कांग्रेस पर तीखे हमले किए। इस दौरान उन्होंने यूपीए सरकार के दौर का जिक्र करते हुए कहा कि ये निराशा (विपक्षी खेमे में) ऐसे ही नहीं आई है, इसके पीछे कारण है। उन्होंने आम चुनाव में लगातार दो बार एनडीए के पक्ष में मिले जनादेश और यूपीए सरकार के दौर में अर्थव्यवस्था के कथित खस्ता हाल, डबल डिजिट महंगाई, भ्रष्टाचार और आंतरिक सुरक्षा के बुरे हाल को इसकी वजह बताया।’यूपीए दौर की खराब अर्थव्यवस्था, डबल डिजिट महंगाई इनकी निराशा की वजह’प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, ‘आखिर ये निराशा भी ऐसे नहीं आई है। इसके पीछे वजह है। एक तो जनता का हुकुम, बार-बार हुकुम। लेकिन साथ-साथ इस निराशा के पीछे जो अंतर्मन में पड़ी हुई चीज है जो चैन से सोने नहीं देती है। पिछले 10 साल में 2004 से 2014 के दौरान भारतीय अर्थव्यवस्था खस्ताहाल हो गई, निराशा नहीं होगा तो क्या होगा। दस साल में महंगाई डबल डिजिट रही, निराशा नहीं होगी तो क्या होगी। इसलिए कुछ अगर अच्छा होता है तो निराशा और उभर कर आती है।’बेरोजगारी पर सुनाया जंगल, बाघ और शिकार का किस्सापीएम मोदी ने यूपीए दौर में बेरोजगारी की समस्या बताने के लिए एक किस्से का सहारा लिया। उन्होंने कहा, ‘एक बार जंगल में दो नौजवान शिकार करने के लिए गए और वो गाड़ी में अपनी बंदूक-वंदूक नीचे उतारकर थोड़ा टहलने लगे। उन्होंने सोचा कि थोड़ा अभी आगे चलना है तो थोड़ा जरा हाथ-पैर ठीक कर लें। लेकिन गए तो थे बाघ का शिकार करने। सोचा कि अभी आगे जाएंगे तो बाघ मिलेगा। लेकिन हुआ ये कि वहीं पर बाघ दिखाई दिया। बंदूक तो गाड़ी में थी। बाघ दिखा तो करें क्या? तो इन्होंने लाइसेंस दिखाया, बंदूक का लाइसेंस दिखाया। इन्होंने भी बेरोजगारी दूर करने के नाम पर कानून दिखाया था कि देखो कानून बना दिया है।’ ‘2004 से 2014 की यूपीए सरकार अबतक की सबसे भ्रष्ट’प्रधानमंत्री मोदी ने यूपीए दौर में हुए कथित भ्रष्टाचार को लेकर भी कांग्रेस को घेरा। उन्होंने कहा, ‘2004 से 2014 आजादी के बाद के इतिहास का सबसे ज्यादा घोटालों का दौर रहा। कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत के हर कोनों में आतंकवादी हमलों का सिलसिला चलता रहा। 10 साल चलता रहा। आतंकी हमलों की ही खबरें रहती थीं। 10 साल में जम्मू-कश्मीर से लेकर नॉर्थ ईस्ट तक हिंसा ही हिंसा की खबरें आती थीं। उन 10 साल में भारत की आवाज ग्लोबल प्लेटफॉर्म पर इतनी कमजोर थी कि दुनिया सुनने को तैयार नहीं थी। इनकी निराशा का कारण ये भी है। आज जब देश की क्षमता का परिचय हो रहा है…लेकिन देश का सामर्थ्य तो पहले भी था पर 4 से 14 तक इन्होंने अवसर गंवा दिया। यूपीए की पहचान बन गई कि हर मौके को मुसीबत में पलट दिया।’हर मौके को मुसीबत में पलट दिया…पीएम मोदी का कांग्रेस पर तंजपीएम मोदी ने कहा, ‘जब टेक्नॉलजी इन्फॉर्मेशन बहुत तेजी से उछल रहा था उसी समय ये टु जी में फंसे रहे। मौका मुसीबत में। जब सिविल न्यूक्लियर डील हुई तब ये कैश फॉर वोट में फंसे रहे। ये खेल चले। 2010 में कॉमनवेल्थ गेम्स हुए। भारत के पास दुनिया के सामने युवा सामर्थ्य पेश करने का मौका था लेकिन फिर मौका मुसीबत में। और सीडब्लूजी घोटाले में पूरा देश दुनिया में बदनाम हो गया।’पीएम मोदी ने कहा कि तब आतंकी हमलों से 10 साल तक निर्दोषों का खून बहता रहा लेकिन कुछ नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि उस समय डिफेंस डील को लेकर हेलिकॉप्टर घोटाले हो रहे थे।