ताइवानी सेना के ठिकानों को धुआं-धुआं कर देगी चीन की यह तोप, अमेरिका भी नहीं ले सकता टक्कर

बीजिंग : चीन के साथ ‘अस्तित्व’ के विवाद में उलझे ताइवान के लिए खतरा बढ़ रहा है। चीन जिन तोपों का परीक्षण करने जा रहा है उनकी टक्कर का हथियार अमेरिका तो दूर अभी तक चीन के पास भी नहीं था। चीन की सेना पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (PLA) की ओर से हाल ही में दिए गए एक कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार, चीन जल्द ही 203-मिलीमीटर आर्टिलरी तोपों का परीक्षण शुरू कर सकता है। चीन की तोपें ताइवान के सीमावर्ती द्वीपों के लिए बड़ा खतरा साबित हो सकती हैं जिन्हें अंडरग्राउंड सुरंगों और किलेबंदी को तबाह करने के लिए डिजाइन किया गया है। डिफेंस वन की एक हालिया रिपोर्ट के अनुसार, चीन के आधिकारिक वेपन्स एंड इक्विपमेंट प्रोक्योरमेंट इंफॉर्मेशन नेटवर्क पर एक पोस्ट शेयर की गई थी जिसे बाद में डिलीट कर दिया गया। इस पोस्ट से साफ होता है कि पीएलए 203 एमएम (8 इंच) आर्टिलरी के परीक्षण में दिलचस्पी रखती है। यह पीएलए की मौजूदा 155 मिमी (6 इंच) तोपों से काफी बड़ी हैं। यह दिखाता है कि चीन अपनी सेना को भविष्य की संभावित लड़ाइयों के लिए तैयार कर रहा है। बनाएगा सामरिक परमाणु तोपों?203 एमएम आर्टिलरी ज्ञात अमेरिकी या चीनी शास्त्रागार में ऐसे किसी भी हथियार से बड़ा है। कॉन्ट्रैक्ट से यह पता नहीं चलता है कि किस PLASSF इंस्टीट्यूट को प्रोजेक्ट की जिम्मेदारी दी गई है। लेकिन कई ओपन-सोर्स जियान स्थित नॉर्थवेस्ट इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूक्लियर टेक्नोलॉजी (NINT) की ओर इशारा कर रहे हैं। सनद रहे कि NINT मुख्य रूप से परमाणु हथियारों से जुड़ी रिसर्च के लिए जिम्मेदार है। इससे यह संभावना बढ़ जाती है कि इस शोध में सामरिक परमाणु तोपों का विकास शामिल हो सकता है। हमले की तैयारी कर रहा चीन?पिछले महीने चीन के विदेश मंत्री चिन गांग ने ताइवान को लेकर धमकी दी थी। उन्होंने कहा था कि ‘ताइवान पर चीन के नियंत्रण’ के खिलाफ जाने वाले लोग ‘आग से खेल रहे हैं’। उनका इशारा स्पष्ट रूप से अमेरिका की ओर था जो चीन की आक्रामकता के खिलाफ ताइवान की मदद कर रहा है। ताइवान को लेकर चीन का रुख हमेशा से बेहद सख्त रहा है। ताइवान की राष्ट्रपति के अमेरिका दौरे के बाद चीन ने द्वीपीय देश को घेरकर सबसे बड़ा सैन्य अभ्यास किया था। अमेरिकी अधिकारियों का कहना है कि चीन अगले दशक में हमला करने के लिए तैयार रहना चाहता है।