समस्तीपुर: रेल इंजन और मोबाइल टावर के बिहार में पटरी चोरी का मामला सामने आया है। कुछ माह पहले बिहार के रोहतास में चोरों ने पुल चोरी कर लिया था। इस बार चोरों ने रेलवे पटरी ही चोरी कर ली। पूरा मामला समस्तीपुर रेल मंडल से जुड़ा हुआ है। यहां पर बड़ा स्क्रैप घोटाला का मामला सामने आया है। समस्तीपुर रेल मंडल में बिना टेंडर निकाले करोड़ों रुपये का स्क्रैप बेचा जा रहा है। इस मामले में आरपीएफ अधिकारियों की मिलीभगत की बात सामने आई है। मामला सामने आने के बाद रेलवे ने रेल मंडल के सुरक्षा आयुक्त समेत दो कर्मियों को सस्पेंड कर दिया है और मामले की जांच में जुट गई है। रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार, सस्पेंड किए गए दो रेलवे कर्मियों में झंझारपुर आउटपोस्ट के प्रभारी श्रीनिवास और मधुबनी के जमादार मुकेश कुमार सिंह शामिल हैं।समस्तीपुर रेल मंडल के अनुसार, लोहट चीनी मिल के लिए पंडौल रेलवे स्टेशन से रलवे लाइन बिछाई गई थी। चीनी मिल बहुत दिनों से बंद है। चीनी मिल के बंद हो जाने के बाद रेल लाइन को बंद कर दिया गया था। इस बीच खबर मिली कि रेलवे लाइन का स्क्रैप गलत तरीके के गायब किया जा रहा है। रेल मंडल के अनुसार, मामला 24 जनवरी को ही प्रकाश में आया था। इसके बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए आरपीएफ के अधिकारी समेत दो को तत्काल सस्पेंड कर दिया गया है। इस मामले में जांच के लिए एक कमेटी बनाई गई है। जांच में अगर दोनों दोषी पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ मामला दर्ज कराया जाएगा।
पकड़ा गया है कुछ माल
रेल मंडल के अनुसार, बिना टेंडर निकाले ही आरपीएफ अधिकारी की मिलीभगत से रेलवे लाइन के स्क्रैप को बेचा जा रहा था। जांच के क्रम में बेचा गया कुछ माल पकड़ा भी गया है। इसको लेकर दरभंगा आरपीएफ पोस्ट में मामला भी दर्ज किया गया है। फिलहाल मामले की जांच जारी है। जांच के बाद ही कुछ स्पष्ट हो पाएगा। बताया जा रहा है कि दोनों अधिकारी फर्जी तरीके से स्क्रैप बेच रहे थे।