वे आखिरी 10 सेकंड… अतीक-अशरफ को भून डाला और पिस्टल फेंक सरेंडर कर गए हमलावर

प्रयागराज: उमेश पाल हत्याकांड के बाद से लगातार सुर्खियां बटोर रहे और अशरफ अहमद अब नहीं रहे। उत्तर प्रदेश के दोनों खूंखार गैंगस्टर भाइयों की दिनदहाड़े हत्या हत्या हो गई। हमलावरों ने प्रयागराज में अस्पताल लाए जा रहे अतीक और अशरफ को गोलियों से भून दिया। हैरानी की बात यह है कि ये सब पुलिस की सुरक्षा के बावजूद और मीडिया कैमरों के सामने हुआ। जब हमलावरों ने गोलियां चलाईं तब अतीक अहमद और अशरफ अहमद पुलिस हथकड़ी में थे और मीडिया उनसे सवाल कर रही थी। गोलियां लगते ही अतीक और अहमद ढेर हो गए और सड़क पर खून फैल गया। उधर, मौके पर तैनात पुलिस और मीडिया वालों में अफरा-तफरी मच गई। किसी को कुछ समझ नहीं आ रहा था कि ये क्या होगा, कैसे हो गया? आइए जानते हैं, अतीक और अशरफ के आखिर पलों की वो कहानी जिसने देशभर में खलबली मचा दी…1. अतीक अहमद और अशरफ अहमद से शनिवार शाम करीब 7.30 बजे धूमनगंज थाने में एसटीएफ और यूपी एटीएस के अधिकारी ने पूछताछ की। फिर पुलिस सुरक्षा में दोनों भाई उमेश पाल हत्याकांड में प्रयुक्त हथियार और कारतूस बरामद करने के लिए कसारी मसारी के जंगल ले गए। वहां दो पिस्टल बरामद किए गए जिनमें एक अमेरिकी पिस्टल है। साथ वहां पुलिस को 55 से अधिक कारतूस भी मिले। हथियार बरामदगी के लिए दोनों को लेकर पुलिस टीम तुरंत रवाना हो गई। दोनों भाइयों को प्रयागराज के कॉल्विन हॉस्पिट लाया जा रहा था ताकि दोनों को फिर से थाने ले जाने से पहले उनकी मेडिकल जांच हो जाए। 2. पुलिस का दलबल अतीक और अशरफ को लेकर कॉल्विन अस्पताल पहुंचा। वहां दोनों भाई पुलिस वाहन से नीचे उतरे। दोनों के हाथ एक ही हथकड़ी से बंधे थे। दोनों को पुलिस ने घेर रखा था। दोनों भाइयों पर मीडिया के कैमरे भी चल पड़े। 3. अतीक और अशरफ, दोनों पुलिस घेरे में आगे बढ़ रहे थे। तभी मीडिया उनके पास पहुंच गई। अतीक अहमद और अशरफ अहमद धीरे-धीरे बढ़ रहे थे। इस बीच मीडिया के माइक दोनों भाइयों की तरफ बढ़ा।4. मीडिया ने अतीक अहमद और अशरफ अहमद से सवाल करने शुरू कर दिए। पहले दोनों भाई चुप रहे। फिर जब यह पूछा गया कि आप दोनों असद के जनाजे में क्यों नहीं गए? तब अतीक ने मुंह खोला। 5. अतीक ने कहा- नहीं गए तो नहीं गए। वो इतना कहकर चुप हो गया। तभी साथ चल रहे छोटे भाई अशरफ बोलने लगा। अशरफ ने अभी इतना ही कहा- मेन बात ये है कि गुड्डू मुस्लिम… तभी एक हमलावर ने अतीक की कनपटी में गोली मार दी। 6. अतीक अहमद के सर पर गोली लगते ही गोलियों की तड़तड़ाहट शुरू हो गई। अगले ही पल अशरफ को भी गोली लग गई और देखते ही देखते दोनों भाई सड़क पर निढाल हो गए। 7. गोलियों की तड़तड़ाहट के बीच पुलिस वाले और मीडिया के लोग इधर-उधर भागने लगे। हैरानी की बात है कि पुलिस वाले भी कोई ऐक्शन लेने की जगह जान बचाते दिखे। 8. इधर, दोनों भाइयों को गोलियां मारने के बाद तीनों हमलावरों ने पिस्टल छोड़कर हाथ खड़े कर दिए। वो सभी सरेंडर-सरेंडर बोलने लगे। एक हमलावर सड़क पर पेट के बल लेट गया। 9. हमलावरों को सरेंडर की मुद्रा में देखखर पुलिस वालों की हिम्मत बढ़ी। फिर वो हमलावरों की तरफ लपके और तीनों हमलावरों के आसानी से पकड़ लिया।10. धूमनगंज के थाना इनचार्ज तीनों हमलावरों को पुलिस वैन में बिठा लिया और वहां से तुरंत तुरंत वहां से निकल गए।