गर्लफ्रेंड को बेडरूम में गाड़ा
अपने माता-पिता को बेरहम मौत देने वाला सीरियल किलर का नाम पहली बार 2016 में सामने आया। जब ये पता चला कि इस हैवान ने एक लड़की को अपने ही बेडरूम में गाड़कर उसके ऊपर गूंबद नूमा एक चबूतरा बना दिया है। जी हां चौंकिए मत उदयन दास उम्र महज 32 साल, लेकिन जुर्म की लिस्ट ऐसी कि सुनने वालों की भी रुह कांप जाए। ये अपनी गर्लफ्रेंड को बेडरूम में गाड़कर वहां पार्टी किया करता था।
भोपाल में साथ रह रह थी गर्लफ्रेंड
उदयन की कहानी की शुरूआत वैसे तो और सात साल पहले से होती है,लेकिन दुनिया के सामने ये आई दिसंबर 2016 को जब आकांक्षा नाम की एक लड़की की तलाश में पश्चिम बंगाल पुलिस भोपाल आयी। आकांक्षा, उदयन दास की गर्लफ्रेंड थी। दोनों सोशल मीडिया के जरिए एक दूसरे के करीब आए थे। सालों से दोनों के बीच रिश्ता था। जून 2016 में आकांक्षा भोपाल आ गई उदयन के साथ रहने। अपने परिवार को झूठ बताकर कि वो अमेरिका नौकरी के लिए जा रही है, वो भोपाल में साकेत नगर में उदयन के साथ रहने लगी।
परिवार से खत्म हुआ था कॉन्टेक्ट
आकांक्षा कुछ दिन तो अपने परिवार से फोन पर बाते करती थी, लेकिन फिर उसने फोन करना बंद कर दिया। उसका फोन मिलना भी बंद हो गया। हालांकि उसका सोशल साइट्स पर बना अकाउंट एक्टिव था। उससे अक्सर आकांक्षा के नाम से पोस्ट होती रहतीं थीं। परिवार को शक हुआ। वो उदयन के बारे में जानते थे। आकांक्षा के परिवार ने पश्चिम बंगाल के बांकुर में थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाई। पुलिस की तफ्तीश शुरू हुई तो पता चला क आकांक्षा तो कभी अमेरिका गई ही नहीं थी। पश्चिम बंगाल से पुलिस की टीम भोपाल आई और फिर भोपाल में आकांक्षा को तलाशने का काम शुरु हुआ। उदयन के घर की तलाशी ली गई, लेकिन पुलिस को कुछ भी नहीं मिला।
5 महीने तक छुपाता रहा गर्लफ्रेंड का कत्ल
भोपाल पुलिस की मदद से उदयन के बारे में परी जानकारी इकट्ठी की गई और फिर जब उसके साथ सख्ती से पूछताछ की गई तो उसकी बात सुनकर पुलिस भी हैरान रह गई। उदयन ने करीब 5 महीने पहले यानी जुलाई में ही आकांक्षा की गला दबाकर हत्या कर दी थी। उसके बाद उसने लाश को एक संदूक में भरकर उसमें ऊपर से सीमेंट डाल दिया था। बक्से को बेडरूम में ही रखकर उसके ऊपर उसने सीमेंट से चबूतरा बना दिया था। वो उसी चबूरतरे में पार्टी करता, उसी बेडरूम में सोता जहां आकांक्षा की लाश थी।
गर्लफ्रेंड जान चुकी थी उदयन का राज
दरअसल आकांक्षा जब उदयन के घर में रहने आई तो उसे उसके ऐसे राज पता चले थे जिसे सुनकर वो बहुत घबरा गई थी। 15 जुलाई के दिन इस बात को लेकर दोनों में काफी लड़ाई हुई थी। वो उदयन के सारे राज दुनिया को बताना चाहती थी, लेकिन उसी रात इस हत्यारे ने उसका कत्ल कर दिया और महीनों तक राज को छुपाए रखा। आखिर वो राज क्या था जो आकांक्षा जानचुकी थी?
माता-पिता को लेकर बोलता रहा झूठ
उदयन को गिरफ्तार किया गया, उसने अपना जुर्म कबूल किया, लेकिन इसकी खौफनाक कहानी यहीं खत्म नहीं हुई थी बल्कि ये तो शुरूआत थी। जब पुलिस कस्टडी में उदयन से माता पिता के बारे में पूछा गया तो उसके चेहरे का रंग बदल गया, वो सकपकाने लगा। पुलिस समझ गई थी कि कुछ न कुछ दाल में काला है। वो सालों से लोगों को बताता था कि उसके माता-पिता अमेरिका में है। बाद में उसने ये भी कहा था कि बीमारी की वजह से उसके पिता की मौत हो गई है, जबकि मां अकेली अमेरिका में रह रही है।
7 साल पहले पेरेंट्स का कत्ल किया
अब सुनिए हकीकत क्या थी। क्या वो राज था जिसे आकांक्षा जान चुकी थी। ये घिनौना अपराधी सात साल पहले ही अपने माता-पिता का कत्ल कर चुका था। रायपुर में उदयन के माता-पिता की बड़ी कोठी थी। ये भी अपने माता-पिता के साथ ही रहता था। इसने उसी घर में अपने माता-पिता को मार दिया और फिर वहीं अपने गार्डन में माता-पिता की लाश को गाड़ दिया। पहले कई सालों तक ये वहीं रहा और फिर उस मकान को बेचकर अपने पिता के भोपाल वाले मकान में शिफ्ट हो गया।
कत्ल के बाद भी लेता रहा मां की पेंशन
उदयन की मां सरकारी नौकरी करती थी। मां के कत्ल के बावजूद ये सालों तक अपनी मां की पेंशन भी लेता रहा। माता-पिता की काफी जायदाद थी। कई घरों से किराया आता था। अपने माता-पिता के बाद ये उनके पैसे पर अय्याशी कर रहा था। लोगों को झूठ बताता था कि आईआईटी से पढ़ाई कर रहा है। कभी बताता था कि युएन में नौकरी मिल गई है।
सीरियल किलर को दो बार उम्र कैद की सजा
इस खतरनाक सीरियल किलर की कहानी जब सामने आई तो हर कोई चौंक गया। कोई कैसे इतना बड़ा हैवान हो सकता है। साल 2020 में इसे गर्लफ्रेंड की हत्या के जुर्म में पश्चिम बंगाल की अदालत ने उम्र कैद की सजा सुनाई। अब इसे दरिंदे को एक बार फिर उम्र कैद की सजा मिली है, रायपुर की अदालत ने इसे माता-पिता को मारने के आरोप में उम्र कैद की सजा सुनाई।