भाजपा को हराने के लिए वैचारिक ढांचे की जरूरतराहुल गांधी ने कहा कि भाजपा को हराने के लिए वैचारिक ढांचा होना चाहिए और यह केवल कांग्रेस ही दे सकती है। उन्होंने कहा, उदाहरण के लिए उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी की स्थिति है, लेकिन केरल और कर्नाटक में इसका विचार काम नहीं करेगा। केवल कांग्रेस ही विपक्षी नेताओं का सम्मान करते हुए एक राष्ट्रीय दृष्टि दे सकती है। उन्होंने कहा कि कई समान विचारधारा वाले दल चाहते हैं कि भारत में सद्भाव बना रहे। मुझे पता है कि अखिलेशजी और मायावतीजी भारत को नफरत से मुक्त करना चाहते हैं और देश में सद्भाव चाहते हैं।
विपक्ष का इंजन बनने की कोशिशराहुल गांधी ने समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के ‘कांग्रेस-भाजपा के एक होने’ संबंधी बयान को लेकर उन पर पलटवार किया। उन्होंने यह भी कहा कि देश की राजनीति में भाजपा के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर वैचारिक धुरी कांग्रेस है। वह इस वैचारिक लड़ाई में जीतेगी। राहुल गांधी ने यह भी कहा कि विपक्षी दलों को एक दूसरे का सम्मान करना है। इस तरह से राहुल गांधी ने 2024 के आम चुनाव के लिए बिसात भी बिछानी शुरू कर दी है। राहुल ने जिस तरह से वैचारिक ढांचे की बात कही है, उससे एक बात तो साफ हो रही है कि वह देश में विपक्षी की रेलगाड़ी का इंजन बनने का दावा ठोक रही है।
बीजेपी के खिलाफ विपक्ष को एकजुट होना होगाकांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी ने शनिवार को कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ लड़ने के लिए विपक्ष को एकजुट होना चाहिए। उन्होंने कहा, यदि विपक्ष एकजुट होता है और तालमेल के साथ लड़ता है, तो भाजपा को 2024 में मुश्किल होगी। विपक्ष को भाजपा के खिलाफ मजबूत ढंग से खड़ा होना चाहिए और एक रणनीति बनाकर काम करना चाहिए। बीजेपी को काउंटर करने का तरीका और प्रधानमंत्री पद के चेहरे के बारे में पूछे जाने पर कांग्रेस नेता ने कहा, मेरा मुख्य ध्यान अभी अखंड भारत के लिए है। उन्होंने कहा कि हमें नफरत के खिलाफ लड़ना चाहिए। मेरा ध्यान केवल भारत को एकजुट करने पर है।
जमीन पर बीजेपी के खिलाफ माहौलराहुल गांधी ने कहा कि ‘भारत जोड़ो यात्रा’ सफल रही है। उनका लक्ष्य देश को एक नया दृष्टिकोण देने का है। राहुल ने यह भी दावा किया कि अगले लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए जीत बहुत मुश्किल होगी। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष ने कहा कि जमीन पर भाजपा के खिलाफ बड़े पैमाने पर ‘सत्ता विरोधी माहौल’ है। राहुल ने कहा कि मुझे जमीन से जो जानकारी मिल रही है, उससे पता चलता है भाजपा के लिए अगले चुनाव में जीतना मुश्किल होगा… बड़े पैमाने पर सत्ता विरोधी माहौल है। राहुल ने कहा कि मेरा लक्ष्य देश को वैकल्पिक दृष्टिकोण देने का है। उन्होंने आरोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी सरकार की भ्रम वाली विदेश नीति है।
(एजेंसी इनपुट के साथ)