केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के लिए हो सकता है कि अपनी चेन्नई यात्रा उनके लिए बहुत खास न रही है. वह इस दौरान मायलापुर के कपालीश्वरार मंदिर में दर्शन के लिए गई थी. लेकिन 56 वर्षीय एम पद्मा के लिए इनका यह दौरा हमेशा के लिए यादगार हो गया है. पद्मा मंदिर से सटे हुए सब्जी मार्केट में सब्जी बेचने का काम करती हैं. कहा जा सकता है कि पद्मा के लिए निर्मला सीतारमण अब तक की सबसे वीआईपी विजिटर रही हैं जो उनकी दुकान पर पहुंची और खरीददारी की और बिना किसी मोलभाल के पूरे पैसे भी दिए.
पद्मा ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि, ‘वह यहां शाम करीब 7.30 बजे आई थीं. इस दौरान उनके साथ और कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था. फिर मैंने देखा कि बहुत से लोग उनके पीछे आ रहे हैं जिनके हाथ में हथियार हैं. मैं रोज करीब 11 बजे घर जाती हूं और रात को टीवी देखती हूं. इसलिए मैं उन्हें पहचान गई.’ सीतारमण के बारे में पद्मा ने बताया कि जब वह दुकान पर आई थीं तो उन्होंने स्माइल की और मेरा अभिवादन किया. इसके बाद उन्होंने खरीददारी की.
VIP को आते देख समेटने लगी थीं दुकान
पद्मा ने बताया कि जैसे ही उन्होंने नोटिस किया कि कोई वीआईपी मार्केट में आया है, वह तुरंत ही अपनी दुकान को बंद करने के लिए सामान को पैक करने लगी. उन्होंने कहा, ‘पुलिस हमसे कहती है कि जब कोई वीआईपी आए तो पैक करके यहां से चले जाया करो. मैंने इसलिए पैकिंग शुरू कर दी थी. लेकिन केंद्रीय मंत्री मेरे स्टाल पर पहुंची और कहा कि वह सब्जी खरीदना चाहती हैं.’
पूरे पैसे दिए और दूसरी दुकान पर चलीं गई
सीतारमण यहां पर कॉयम्बटूर से बीजेपी विधायक वनाथी श्रीनिवासन के साथ गई थीं. पद्मा ने बताया कि वह पिडि करुनाई (elephant foot yam/सूरन) खरीदना चाहती थीं. पद्मा की बेटी सुगन्या मुरुगेसन ने कहा, ‘उन्होंने 2 किलो पीडी करुनाई खरीदी और दूसरे दुकान पर कीरई (पालक) लेने के लिए चली गईं.’ सुगन्या मुरुगेसन ने हाल ही में अपनी इंजीनियरिंग पूरी की है. अब वह अपनी मां की मदद कर रही है.
जब सुगन्या से पूछा गया कि क्या उन्हें किसी तरह का डिसकाउंट भी दिया गया था? तो सुगन्या ने बताया ने कहा, ‘बिलकुल नहीं, उन्होंने पूरे पैसे दिए. 200 रुपये.’ सुगन्या ने कहा, ‘हमने वैसे ही बिक्री की जैसे कि बारी ग्राहकों के साथ करते हैं. ‘