Election: 1951 के पहले चुनाव से शुरू हुई अंगुली पर अमिट स्याही लगाने की परंपरा, दो लाख से ज्यादा खर्च हुए थे

प्रथम चुनाव के बाद कुछ स्थानीय निकायों के चुनाव में भी अमिट स्याही का प्रयोग काफी उपयोगी रहा है। प्रथम चुनाव में अंगुली पर इंक के प्रयोग का सामान्य जनमानस को समझाने में परेशानियां आई थीं, उन्हें इस बारे में और इसकी महत्ता के बारे में बताना होता था।