स्टूडेंट को लगी थी गोली, शिव नाडर यूनिवर्सिटी से पुलिस को कॉल कर बताया कि छात्रा को कुत्ते ने काट लिया

संवाददाता, दादरी: में हुए हत्या और आत्महत्या के मामले में यूनिवर्सिटी के मैनेजमेंट की लापरवाही और गलतियां सामने आ रही हैं। छात्रा को गोली लगने के बाद जब पुलिस को कॉल किया गया, तो कॉल पर बताया गया कि एक स्टूडेंट को कुत्ते ने काट लिया है आप जल्दी आ जाइए। इस लापरवाही और गलत व्यवहार के लिए जल्द ही पुलिस शिव नाडर यूनिवर्सिटी को नोटिस भेज सकती है। साथ ही, यूनिवर्सिटी की सुरक्षा एजेंसी को भी नोटिस जारी हो सकता है। विवि के अंदर पिस्टल लेकर छात्र कैसे पहुंचा, इस पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं।लड़की को गली मारने के बाद बनाया वीडियोग्रेनो की शिव नाडर यूनिवर्सिटी में गुरुवार को गोली मारकर छात्रा की हत्या करने के बाद छात्र ने खुद को भी गोली मार कर आत्महत्या कर ली थी। छात्र अनुज ने खुद को गोली मारने से पहले करीब 23 मिनट का वीडियो बनाकर यूनिवर्सिटी के अधिकारियों को ई-मेल किया था। उसमें उसने अपने परिवार व छात्रा की दोस्ती का हवाला दिया था। इस वीडियो में अनुज ने कहा कि उसे ब्रेन कैंसर है और इसकी तीसरी स्टेज में है। इस बीमारी के बारे में घरवालों को कोई जानकारी नहीं है। हालाकि कैंसर की बीमारी होने का कोई प्रमाण पुलिस के हाथ नहीं लगा है। यूनिवर्सिटी के अधिकारी भी अनुज को इस बीमारी की पुष्टि नहीं कर रहे हैं। चाचा यशपाल ने बताया कि उन्हें अनुज को ब्रेन कैंसर के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। अगर ऐसी भयंकर बीमारी होती तो घरवालों को जरूर पता होता। वीडियो में अनुज ने छात्रा को गलत बताते हुए उसे दो लोगों से बचाने की बात कही है। शुक्रवार को पोस्टमॉर्टम के बाद दोनों के शव परिजनों को सौंप दिए गए। पुलिस के मुताबिक, अमरोहा का रहने वाला अनुज बीए थर्ड ईयर (सोशियोलॉजी) का छात्र था। साथ में पढ़ने वाली कानपुर की छात्रा से उसकी दो साल पहले दोस्ती हुई थी। एसओ सुजीत कुमार उपाध्याय ने बताया कि पिस्टल में 6 गोलियां थीं। छात्र अनुज ने पिस्टल से दो गोली छात्रा को मारीं। तीसरी कमरे की दीवार में लगी, चौथी गोली खुद के सिर में मार ली। 2 जिंदा कारतूस पिस्टल में मिले हैं। पुलिस को दी कुत्ते के काटने की सूचनाएसीपी-2 सार्थक सेंगर ने बताया कि गुरुवार को डाइनिंग हॉल के पास गेट पर खून से लथपथ छात्रा को देखकर यूनिवर्सिटी प्रबंधन ने पुलिस को आवारा कुत्ते के काटने की सूचना दी थी। पुलिस के पहुंचने पर जांच में गोली लगने की बात पता चली थी। दादरी कोतवाली प्रभारी सुजीत उपाध्याय ने बताया कि फोन पर यूनिवर्सिटी से सूचना मिली कि बीए थर्ड ईयर (सोशियोलॉजी) की छात्रा कुत्ता काटने से घायल हो गई है। सूचना मिलने के बाद पुलिस यूनिवर्सिटी पहुंची। हॉस्पिटल में तैनात एक महिला डॉक्टर ने स्टूडेंट को टांके लगाने की बात बताई। यूनिवर्सिटी की तरफ से किसी ने स्टूडेट को गोली लगने की जानकारी नहीं दी। कुछ देर बाद एक निजी अस्पताल से आए फोन से पता चला कि शिव नाडर में पढ़ने वाली स्टूडेंट को गोली लगी है। पूरे मामले में यूनिवर्सिटी ने पुलिस को गुमराह किया।इकलौती बेटी थी, अब वह भी नहीं रहीजिला कानपुर के रहने वाले राजकुमार चौरसिया ने अपनी इकलौती बेटी को कुछ बनाने के लिए शिव नाडर यूनिर्सिटी में एडमिशन दिलाया था। यहां उनकी बेटी खूब अच्छे से पढ़ रही थी। हालांकि घरवालों का कहना है कि करीब दो साल से वह परेशान थी। चाचा अनिल कुमार ने बताया कि भतीजी ने अपनी मां को परेशानी के बारे में बताया था। ग्रैजुएशन के बाद उसे कानपुर बुलाने की बात कहकर सब उसे शांत कर देते थे। हर बार उसे समझा-बुझाकर कानपुर से ग्रेनो भेज देते थे।सुरक्षा पर उठाए सवालअनिल कुमार ने बताया कि इकलौती बेटी के चले जाने के बाद परिवार शोक में है। अभी कुछ करने की हालत में नहीं हैं । बच्ची के पिता वकील हैं। यूनिवर्सिटी प्रबंधन से जरूर पूछा जाएगा कि उनके कैंपस में हथियार कैसे आ गया। साथ ही छात्रा की पूर्व में शिकायत पर एक्शन क्यों नहीं लिया गया? बता दें यूनिवर्सिटी के गेट पर सुरक्षाकर्मी तैनात रहते हैं। जांच के बाद ही किसी को अंदर जाने दिया जाता है। ऐसे में पिस्टल लेकर छात्र का अंदर प्रवेश करना कैंपस की सुरक्षा पर सवालिया निशान खड़ा कर रहा है। अभी तक की जांच में पता चला है कि अनुज ने अपने किसी परिचित के माध्यम से पिस्टल खरीदी थी।