तेल अवीव: गाजा के लादेन के नाम से कुख्यात हमास नेता याह्या सिनवार की यह तस्वीर काफी प्रचलित है। इस तस्वीर में सिनवार के हाथों में एक पिस्तौल देखी जा सकती है, जिसे वह कमर में लगाता नजर आता है। हालांकि, बहुत कम लोगों को पता होगा कि इस तस्वीर की कहानी क्या है। दरअसल, यह पिस्तौल एक इजरायली मोसाद अधिकारी की है। इस अधिकारी को गाजा में ऑपरेशन के दौरान हमास के आतंकवादियों में मार दिया था। मारने के बाद हमास के लड़ाकों ने उसकी पिस्तौल ले ली थी, लेकिन शव को इजरायली सैनिक अपने साथ ले जाने में कामयाब रहे। उस पिस्तौल को एक समारोह के दौरान हमास लड़ाकों ने याह्या सिनवार को गिफ्ट किया था। यह तस्वीर तभी ली गई थी।दरअसल 11 नवंबर 2018 को एक इजरायली स्पेशल फोर्स की टीम ने दक्षिणी गाजा पट्टी के खान यूनिस के पूर्वी क्षेत्रों में एक नागरिक वाहन का उपयोग करके घुसपैठ की। इसकी जानकारी हमास के खुफिया शाखा अल-कसम खुफिया विभाग को लग गई। उन्होंने इजरायली स्पेशल फोर्स के वाहन की खोज की। इसके बाद अल-कसम का फील्ड कमांडर नूर अल-दीन बराका स्थिति का आकलन करने के लिए घटनास्थल पर पहुंचा। गाड़ी को देखने के बाद हमास के आतंकियों ने उस पर फायरिंग शुरू कर दी। इजरायली स्पेशल फोर्सेज की जवाबी कार्रवाई में अल-कसम का फील्ड कमांडर नूर अल-दीन बराका और मुहम्मद माजिद अल-करा मारे गए।ऑपरेशन का भंडाफोड़ होने के बाद इजरायली स्पेशल फोर्सेज ने गाजा से भागने का प्रयास किया। इस दौरान हमास के आतंकवादियों ने उनकी गाड़ी पर फायरिंग करना जारी रखा। अपने कमांडो टीम को बचाने के लिए कई इजरायली लड़ाकू विमानों, ड्रोन और हेलीकॉप्टरों ने पीछा कर रहे हमास के आतंकवादियों पर दर्जनों हवाई हमले भी किए। भारी हवाई कवर के बावजूद, हमास से अल-कसम ब्रिगेड के लड़ाकों ने पीछा करना जारी रखा। इस दौरान इजरायली सेना का एक हेलीकॉप्टर सीमा पर लगी बाड़ के पास उतरा और भारी गोलीबारी में भाग रहे इजरायली कमांडो टीम के जीवित और मारे गए लोगों के शवों को बाहर निकाला। इस मुठभेड़ के बाद हमास के अल कसम ब्रिगेड ने दावा किया कि उसने इजरायली एलीट कमांडो फोर्स की टीम को भारी नुकसान पहुंचाया है और उसके कमांडर को मार डाला है। उन्होंने उस मारे गए कमांडर की निजी पिस्तौल हासिल करने का भी दावा किया था। जबकि, इजरायलियों ने केवल एक अधिकारी की मौत और दूसरे के घायल होने की घोषणा की। इस घटना के अगले दिन सोमवार 12 नवंबर 2018 को, अल-कसम ने जबालिया के पूर्व में कोर्नेट गाइडेड मिसाइल से 30 इजरायली सैनिकों को ले जा रही एक बस को निशाना बनाया। इजरायली मीडिया ने कहा कि बस में 30 सैनिक सवार थे, लेकिन वे सभी बच गए।इसी दिन यानी 12 नवंबर 2018 को इजरायल ने बस पर हुए हमले के जवाब में गाजा में हवाई हमला शुरू किया। गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार इजरायल के गाजा पर हवाई हमलों की एक श्रृंखला के परिणामस्वरूप 7 नागरिकों की मौत हो गई और 26 घायल हो गए। फिलिस्तीनी गुटों ने जवाबी कार्रवाई में अश्कलोन पर रॉकेटों की बौछार कर दी। इज़रायली मीडिया ने कहा कि 70 इजरायली उन रॉकेटों से घायल हो गए जिन्हें आयरन डोम रोकने में विफल रहा। इस सब के बाद, मिस्र ने इजरायल और फिलिस्तीनी गुटों के बीच युद्धविराम समझौते की मध्यस्थता की। हालांकि, यह अधिक समय तक टिक नहीं सका।इसके बाद 18 नवंबर 2018 को हमास ने अल कसम के मारे गए लड़ाकों और मोसाद और शिन बेट पर अपनी खुफिया जानकारी की सफलता का सम्मान करने के लिए एक बड़ा उत्सव कार्यक्रम आयोजित किया। सिनवार ने एक भाषण दिया, और भाषण के बाद, अल-कसम के खान यूनिस ब्रिगेड में पूर्वी खान यूनिस के कमांडर ने सिनवार को इजरायली एलीट फोर्स के कमांडर की निजी पिस्तौल सौंपी, जिसे उसने घुसपैठ के दौरान मारने का दावा किया था।