रातों-रात लगा दी झलकारी बाई की प्रतिमा, पुलिस-प्रशासन को खबर तक नहीं लगी

मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले के पिछोर तहसील में शासकीय भूमि पर मूर्तियां रखने का क्रम जारी है. गुरुवार-शुक्रवार की दरमियानी रात यहां पिछोर-चंदेरी मार्ग पर पीएचई कार्यालय के सामने वीरांगना झलकारी बाई की बड़ी प्रतिमा रख दी गई. सुबह जब लोगों ने प्रतिमा रखी देखी तो प्रशासन को इसकी सूचना दी. हालांकि, प्रशासन और पुलिस सीएम के कार्यक्रम में व्यस्त थी, तो इस ओर अधिक ध्यान नहीं दिया जरा सका.
पीएचई विभाग के एसडीओ लहरिया कहना है कि हमारा कार्यालय किराए की बिल्डिंग में संचालित होता है और इसके बाहर एक प्रतिमा रखने की जानकारी मिली है. वैसे चौकीदार वहां रात को सोता है, लेकिन उसे किसी तरह की कोई आहट नहीं मिली. पिछोर में पिछले एक वर्ष में एक दर्जन से अधिक मूर्तियां इसी तरह रातोंरात रखी जा चुकी हैं. झलकारी बाई की जो प्रतिमा रखी गई है, वह पिछोर चंदेरी सड़क से मात्र 10 मीटर दूर ही रखी है. रात को यहां वाहनों का नियमित आना जाना रहता है. इसलिए मूर्ति रखने वालों ने पास में रखे बिजली के खंबे तक तोड़ दिए, जिससे अंधेरा बना रहा.
कोली समाज ने माल्यार्पण कर की पूजा-अर्चना
प्रतिमा रखे जाने की खबर जैसे ही सुबह कोली समाज के लोग मिली, तो सभी वहां पहुंच गए. माल्यार्पण कर पूजा-अर्चना भी कर दी. लोगों का कहना था कि झलकारी बाई हमारे समाज की हैं और हम इनका सम्मान करते हैं. प्रशासन पहले ही पूर्व में स्थापित मूर्तियों को नहीं हटा पाया है. अब एक और नई मूर्ति स्थापित हो गई है. कोली समाज के लोगों ने प्रशासन से अपील भी कर दी है कि अब इस मूर्ति को यहां से न हटाया जाए. अगर इस मूर्ति को हटाया गया तो पहले उन सभी जगहों से मूर्तियों को हटाया जाए, जहां पर बिना अनुमति रातोंरात मूर्तियां रखी गई हैं.
इन जगहों पर भी रातों-रात प्रकट हुए महापुरुष, वीरांगना
पूर्व में पिछोर के ही बाचरौन चौराहे पर रातों रात अवंति बाई की प्रतिमा स्थापित कर दी गई थी. तत्कालीन एसडीएम काजल जावला ने जब इसे हटाने का प्रयास किया था, तो काफी उपद्रव हुआ था. इसके बाद नागदेसर तिराहे पर रानी अहिल्या बाई होलकर की प्रतिमा रख दी गई, जिसे पुलिस उठाकर ले गई तो विरोध हुआ. इसके बाद खुद पुलिस यहां वापस मूर्ति रख आई. इसी तरह खोड़ रोड पर बरेला तिराहे पर मंगल पांडे, बरबट पुरा में नए मेला ग्राउंड की पहाड़ी पर भगवान बुद्ध, पिछोर चंदेरी रोड पर नया चौराहे पर भगवान बिरसमुंडा की प्रतिमा रखी जा चुकी है.