
प्रतिदिन नोएडा, ग्रेटर नोएडा और दिल्ली-एनसीआर के शहरों से मथुरा, आगरा, अलीगढ़, हाथरस, कानपुर और लखनऊ सहित अन्य जिलों तक यात्रा करने के लिए लोग यमुना एक्सप्रेस-वे का उपयोग करते हैं। इस एक्सप्रेस-वे की सड़क ग्रीन फील्ड है। जिसके चलते ठंड के मौसम में इस सड़क को धुंध और कोहरा ढक लेता है। जिसकी वजह से दुर्घटना होने की संभावना अधिक बनी रहती है। अधिक गति मौत को दावत देने जैसे होती है। इसलिए यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण पिछले कुछ वर्षों से ठंड के महीनों में एक्सप्रेस-वे पर चलने वाले वाहनों की गति को कम कर देती है। इस वर्ष भी यमुना प्राधिकरण ने गति को लेकर यह फैसला किया है।
यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण के जीएम प्रोजेक्ट केके सिंह ने एनबीटी ऑनलाइन को बताया कि यमुना एक्सप्रेस-वे पर चलने वाले वाहनों की गति 15 दिसंबर से 15 फरवरी तक कम कर दी गई है। यमुना एक्सप्रेस-वे पर सामान्य रूप से हल्के वाहनों की गति 100 किलोमीटर प्रति घंटा अधिकतम निर्धारित है। अब इस हल्के वाहनों की गति 75 किलोमीटर प्रति घंटा अधिकतम कर दी गई है। भारी वाहन कम होने की वजह से भारी वाहनों पर कोई बदलाव नहीं किया गया है। इस गति से अधिक चलने वाले वाहनों पर ट्रैफिक पुलिस द्वारा भारी जुर्माना लगाया जाएगा।
रिपोर्ट- मनीष सिंह