रूस और यूक्रेन के बीच लंबे समय से युद्ध के मैदान में है. कई महीने बीत गए हैं और अभी रूस की ओर से यूक्रेन पर हमले जारी हैं. हमले की शुरुआत नाटो से हुई है और अब एक बार फिर रूस और नाटो आमने सामने हैं और दोनों के बीच रिश्ते तनावपूर्ण है. जहां एक रूस परमाणु हमला करने की धमकी दे रहा है, वहीं दूसरी ओर नाटो का नेतृत्व करने वाला अमेरिका भी लगातार वॉर्निंग दे रही है. इसके साथ ही खबरें ये भी हैं कि नाटो देश भी सैन्य अभ्यास कर रहे हैं और अमेरिका के नाटो में होने की वजह से इसकी पावर काफी ज्यादा है.
हालांकि, रूस भी सैन्य शक्ति के मामले में अन्य देशों से कम नहीं है. ऐसे में जानते हैं कि आखिर नाटो और रूस की सैन्य ताकत क्या है और अगर कभी भविष्य में नाटो और रूस युद्ध के मैदान में उतरते हैं तो क्या अंजाम होगा. ये आप दोनों की सैन्य ताकत से अंदाजा लगा सकते हैं…
क्या है अपडेट?
क्रीमिया ब्रिज पर हमले के बाद एक बार फिर माहौल तनावपूर्ण हो गया है. राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सख्त लहजे में यह कहा है कि अगर NATO आर्मी ने रूस की सेना से भिड़ने की कोशिश की, तो वैश्विक तबाही होने से कोई नहीं रोक सकता. उन्होंने कहा कि रूसी सेना के साथ नाटो सैनिकों का सीधा टकराव पूरी दुनिया के लिए बड़ी तबाही ला सकता है. वहीं, नाटो भी शांत नहीं है.
रूस और यूक्रेन में क्यों अहम है नाटो?
यूक्रेन का नाटो NATO संगठन में दिलचस्पी और अमेरिका से निकटता के चलते रूस ने कीव के खिलाफ युद्ध का ऐलान किया था. यूक्रेन की अमेरिका के साथ सामरिक संबंध और नाटो की सदस्यता को लेकर रूस कई बार उसे धमकी दे चुका था. इस वजह से बाद यूक्रेन और रूस में लड़ाई छिड़ी और इस लड़ाई में नाटो देशों ने यूक्रेन की कई तरह से अप्रत्यक्ष रुप से मदद भी की है.
क्यों चिढ़ता है रूस?
रूस और नाटो की सैन्य ताकत जानने से पहले जानते हैं कि आखिर रूस नाटो से इतना चिढ़ता क्यों है. रूस और नाटो के बीच विवाद कुछ नया नहीं है. यह विवाद काफी पहले शुरू हो गया था. दरअसल, जब दूसरे विश्व युद्ध के बाद जब नाटो बनाया गया तो उस वक्त वेस्ट के देश नाटो से जुड़े थे, लेकिन यह धीरे-धीरे ईस्ट की तरह बढ़ रहा है, जो रूस को रास नहीं आ रहा है. विवाद की वजह ये भी है कि क्योंकि यह सोवियंत संघ के खिलाफ बनाया गया था और रूस सोवियत संघ का ही हिस्सा था.
दोनों की कितनी है ताकत?
हाल ही में पुतिन ने कहा है कि 2,22,000 से 3,00,000 सैन्य प्रशिक्षण वाले नागरिकों की सेना में तैनाती संबंधी आदेश पर अमल शुरू किया जा चुका है. इनमें से 33,000 पहले ही सेना में शामिल हो चुके हैं. जबकि 16,000 जवान यूक्रेन में जारी सैन्य अभियान का हिस्सा हैं. इसके जरिए रूस ने अपनी सैन्य ताकत दिखाने की कोशिश की थी. नीचे दिया गया डेटा स्टेटिका की रिपोर्ट पर आधारित है…
सैन्य ताकत
नाटो
रूस
सेना के जवान
5405700
1350000
एक्टिव सैनिक
3366000
850000
रिजर्व फोर्स
1301000
250000
पैरा यूनिट
738700
250000
कुल एयरक्राफ्ट
20723
4173
फाइटर्स
3527
772
ग्राउंड अटैक एयरक्राफ्ट
1048
739
ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट
1543
445
स्पेशल एयरक्राफ्ट
1014
132
टैंकर्स एयरक्राफ्ट
678
20
कुल हेलिकॉप्टर्स
8485
1543