निकाय चुनाव नतीजों से बीजेपी गदगद
इस चुनाव में विभिन्न पदों पर जीते प्रत्याशी सत्ताधारी महागठबंधन समर्थित भी बताए जा रहे हैं। शुक्रवार को मतगणना के दौरान नतीजे आने शुरू होने के साथ बीजेपी कार्यालय में भी खुशी देखी गई। पटना नगर निगम में मेयर पोस्ट पर सीता साहू ने मजहबी को पराजित किया। डिप्टी मेयर पद पर रेशमी चंद्रवंशी विजयी हुईं। बीजेपी नेताओं का दावा है कि निकाय चुनाव के दूसरे फेज में जिन 17 नगर निगमों में मेयर और डिप्टी मेयर के पदों पर चुनाव हुए, उनमें से आधे से अधिक जगहों पर बीजेपी समर्थकों का दबदबा रहा।
महागठबंधन का अपना दावा
हालांकि, महागठबंधन का दावा है कि कई क्षेत्रों में उनके कार्यकर्ताओं की भी जीत हुई है। कटिहार मेयर पद पर जीती उषा देवी अग्रवाल, बीजेपी एमएलसी आशोक अग्रवाल की पत्नी हैं। बिहार शरीफ से मेयर पद पर जीतीं अनिता देवी जदयू समर्थित बताई जा रही हैं। इसी तरह भागलपुर मेयर के रूप में विजयी वसुंधरा लाल बीजेपी समर्थित तो भागलपुर से जीती अंजुम आरा कांग्रेस की समर्थक मानी जाती हैं।
ये कैंडिडेंट्स की जीत है, बोली RJD
आरजेडी बिहार निकाय चुनाव के नतीजों को पार्टियों से जोड़कर देखने को सही नहीं मानती। राष्ट्रीय जनता दल के प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी कहते हैं कि राज्य में नगर निकाय चुनाव राजनीतिक दल की तर्ज पर नहीं हुए। किसी उम्मीदवार की जीत को किसी राजनीतिक दल की जीत घोषित नहीं किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि यह चुनाव स्वतंत्र रूप से लडे़ गए और यह प्रत्याशियों की जीत है।
बीजेपी ने कहा- बिहार के लोग महागठबंधन को नकार चुके हैं
बीजेपी के प्रवक्ता मनोज शर्मा कहते हैं कि विधानसभा उपचुनाव परिणाम से ही यह संकेत मिल गए थे कि बिहार के लोग महागठबंधन को नकार चुके हैं। नगर निकाय चुनाव ने इस संकेत पर मुहर लगा दी। नगर निकाय चुनाव में जीते कई प्रत्याशी बीजेपी के कार्यकर्ता हैं। इस चुनाव में 23 जिलों में 11,127 उम्मीदवारों का राजनीतिक भविष्य दांव पर लगा था। 28 दिसंबर को 23 जिलों में 135 नगर निकायों में 1529 वार्डों समेत 1665 पदों के लिए चुनाव हुए थे।