नई दिल्ली : देश में भले ही मॉनसून ने दस्तक दे दी हो लेकिन दिल्ली एनसीआर में गर्मी का सितम जारी है। दिल्ली में गर्मी के साथ ही उमस लोगों के लिए आफत बन गई है। मौसम विभाग के अनुसार एक हफ्ते तक लोगों को गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग के अनुसार इस सप्ताह पारा 42 डिग्री तक जाएगा। मौसम विभाग का कहना है कि 15 और 16 जून को हल्की बूंदाबादी हो सकती है। इससे पहले शनिवार रात में हुई बूंदाबांदी के बाद रविवार को सुबह से ही लोगों को उमस भरी गर्मी का सामना करना पड़ा। बारिश की वजह से तापमान में गिरावट आई और यह 40 डिग्री के नीचे रहा। वहीं दिन में चमकदार धूप रही। आज कैसा रहेगा मौसम सोमवार को आंशिक तौर पर बादल छाए रहेंगे। तेज हवाएं चलेंगी। इनकी गति 25 से 35 किलोमीटर प्रति घंटे के आसपास रह सकती है। अधिकतम तापमान 40 और न्यूनतम तापमान 26 डिग्री तक रह सकता है। 13 व 14 जून को अधिकतम तापमान 41 और न्यूनतम तापमान 27 डिग्री तक रह सकता है। तेज हवाएं रहेंगी। इनकी गति 30 से 35 किलोमीटर प्रति घंटे तक रह सकती है। वहीं, 15 से 17 जून तक अधिकतम तापमान 40 से 42 डिग्री और न्यूनतम तापमान 27 से 28 डिग्री तक रह सकता है। 15 और16 जून को बूंदाबांदी की संभावना है। कहां कितनी पड़ी गर्मीरविवार को अधिकतम तापमान 38.5 रहा। यह सामान्य से एक डिग्री कम है। वहीं, न्यूनतम तापमान 25.2 डिग्री रहा। यह सामान्य से तीन डिग्री कम है। हवा में नमी का स्तर 38 से 70 प्रतिशत तक रहा। कुछ जगहों पर तापमान 40 डिग्री से उपर भी बना रहा। इनमें डीयू का अधिकतम तापमान 42.4 डिग्री, नजफगढ़ का 40.1 डिग्री, नरेला का 40.1 डिग्री, पीतमपुरा का 40.3 डिग्री, पीतमपुरा का 40.3 डिग्री, पूसा का 40.3 डिग्री, सीडब्ल्यूजी स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स का 41.2 डिग्री रहा। सफदरजंग में 0.5 एमएम, पालम में 1.2 एमएम, लोदी रोड में 0.4 एमएम, जाफरपुर में 2 एमएम, मंगेशपुर में 0.5 एमएम और मयूर विहार में 2 एमएम बारिश हुई। कहां तक पहुंचा मॉनसूनमॉनसून आगे बढ़ते हुए कर्नाटक, गोवा, कोंकण के कुछ हिस्सों पर छा गया है। यह कल तक कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र, बंगाल के हिमालयी क्षेत्र, सिक्किम और बिहार के कुछ हिस्सों पर छा सकता है। अब अगले हफ्ते उत्तर-पूर्वी राज्यों के कई हिस्सों में मध्यम से भारी बारिश की उम्मीद है। मौसम विभाग का अनुमान है कि मंगलवार तक मॉनसून कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, पश्चिम बंगाल के हिमालयी क्षेत्र, सिक्किम और बिहार के कुछ हिस्सों को कवर कर सकता है। इस दौरान यह समूचे तमिनलाडु, पूर्वोत्तर राज्यों के बचे हिस्से पर भी छा जाएगा।