
बच्चों के दरवाजा पीटने पर पता चला
सोसाइटी के डी टावर में रहने वाले शिवम गहलोत ने बताया कि तीसरी क्लास में पढ़ने वाली उनकी बेटी तेजस्विनी 29 नवंबर को अपनी दोस्त मिषिका और वैदेही के साथ पार्क में जाने के लिए फ्लैट से निकली थी। तीनों नें 11वें तल से लिफ्ट में प्रवेश किया। आरोप है कि दरवाजा बंद हुआ, लेकिन लिफ्ट नहीं चली। बच्चियों के चिल्लाने और लिफ्ट का दरवाजा पीटने की आवाज सुनकर फ्लोर पर रहने वाले लोगों ने मेंटेनेंस टीम को सूचना दी।
शिवम का कहना है कि गार्ड के साथ लिफ्ट आपरेटरों ने भी इधर से उधर घूमने में कई मिनट खर्च कर दिए। करीब 25 मिनट बाद दरवाजा खुला तब जाकर तीनों बच्चियों को निकाला गया। गनीमत थी कि लिफ्ट के अंदर की लाइट जल रही थी। बावजूद इसके तीनों बच्चियां काफी डरी हुई थीं। शिवम के मुताबिक एओए सोसायटी में लंबे समय से मेंटेनेंस का काम देख रही हैं। बीते साल भी लिफ्ट के कई हादसे हो चुके हैं। बावजूद इसके लिफ्ट का रखरखाव ठीक प्रकार से नहीं किया जा रहा है।
क्या कहना है पुलिस का
थाना प्रभारी क्रासिंग रिपब्लिक अब्दुल रहमान सिद्दीकी ने बताया कि शिकायत के आधार पर चित्रा चतुर्वेदी और अभय झा के खिलाफ केस दर्ज कर लिया गया है। इस संबंध में चित्रा चतुर्वेदी को फोन किया तो उनका नंबर स्विच आफ था। छानबीन कर आगे की कार्रवाई करेंगे।