पेंसिल इरेजर जितनी डिवाइस कैंसर का करती है खात्‍मा, दोबारा होने से भी रोकती है… यहां के वैज्ञानिकों की खोज

नई दिल्‍ली: कैंसर के इलाज को लेकर लगातार अध्‍ययन जारी हैं। अब इसमें एक और बड़ी सफलता हाथ लगी है। वैज्ञानिकों ने पेंसिल इरेजर जितनी एक डिवाइस बनाई है। यह कैंसर कोशिकाओं से लड़ने में शरीर की क्षमता को बढ़ाती है। यही नहीं दोबारा कैंसर होने से भी रोकती है। हालिया स्‍टडी में यह दावा किया गया है।

यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया, लॉस एंजिलिस (UCLA) के वैज्ञानिकों ने इस डिवाइस को बनाया है। यह डिवाइस पेंसिल इरेजर जितनी है। उसी की तरह लचीली भी। डिवाइस ट्यूमर की समस्‍या में मदद करती है। ये वो ट्यूमर हैं जो रेगुलेटरी टी-सेल्‍स से होने वाले इलाज में बाधा डालते हैं।

इस तरह की कोशिकाएं हेल्‍दी टिश्‍यूज (ऊतक) को बचाती हैं। इसका मतलब यह हुआ कि इन्‍हें पूरी तरह डिऐक्टिवेट करने से ऐसी ऑटोइम्‍यून कंडीशन बन सकती है जिससे कोलन, लीवर, हार्ट और दूसरे अंगों को नुकसान हो सकता है।

यहीं पर डिवाइस की उपयोगिता आती है। इस डिवाइस का नाम सिम्‍फनोड (SymphNode) है। यह आकार में बहुत छोटी है। लिम्‍फ नोड से मिलती-जुलती यह डिवाइस बायोडिग्रेडेबल स्‍पंज जैसी है। इसे एल्‍गीनेट से बनाया गया है।

एल्‍गीनेट एक तरह का पॉलीमर है जिसे जैम और कैन्‍ड प्रोडक्‍टों को गाढ़ा करने में इस्‍तेमाल किया जाता है। चूहों पर प्रयोग रहा है बेहद सफल UCLA ने इस डिवाइस को पेंसिल इरेजर जितना बताया है। चूहों पर इसका प्रयोग बहुत सफल साबित हुआ है।

अध्‍ययनों में पाया गया है कि यह डिवाइस कैंसर से लड़ने में मदद करती है। चूहों में इसने दो तरह से काम किया है। पहला, यह डिवाइस शरीर में ट्यूमर से लड़ने की प्रतिक्रिया को बढ़ावा देती है। दूसरा, कैंसर को वापस होने से रोकती है। क‍िस तरह से काम करती है ड‍िवाइस?

इस डिवाइस को इस्‍तेमाल करने का लक्ष्‍य ट्यूमर के आसपास के एरिया में रेगुलेटरी टी-सेल्‍स पर अंकुश लगाना है। साथ ही ट्यूमर से लड़ने वाली कोशिकाओं को मजबूती प्रदान करना है।

इस अध्‍ययन के नतीजे ‘नेचर बायोमेडिकल इंजीनियरिंग’ में पब्लिश हुए हैं। अध्‍ययन से पता चला है कि डिवाइस नए ट्यूमर की ग्रोथ को रोकती है। साथ ही ट्यूमरों को घटाने का काम करती है। नतीजतन चूहों की जिंदगी बढ़ जाती है।