रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने शनिवार को जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती जिलों राजौरी और पुंछ में सुरक्षा स्थिति का जायजा लिया। राजनाथ का यह दौरा काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। राजौरी और पुंछ में पिछले दिनों में आतंकवादी घटनाओं में वृद्धि दर्ज की गई है। राजौरी और पुंछ अक्टूबर 2021 से अब तक आतंकवदियों के आठ हमलों ने 26 सैनिकों सहित 35 लोगों की जान ले ली है। राजनाथ के इस दौरे को लेकर रक्षा मंत्रालय ने बयान जारी किया है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि रक्षा मंत्री ने सैनिकों से बातचीत की और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में काम करते हुए उनके साहस और उत्साह की सराहना की। इसे भी पढ़ें: पढ़ें Karnataka Election, BJP vs Congress, Manipur Violence, Pilot, Britain के संबंधित खबरेंरक्षा मंत्री ने जोर देकर कहा कि कठिन क्षेत्रों में भारतीय सेना के सैनिकों के अतुलनीय साहस, प्रतिबद्धता और निरंतर सतर्कता के कारण राष्ट्र सुरक्षित महसूस करता है। उन्होंने उन्हें इसी समर्पण और बहादुरी के साथ काम करते रहने के लिए प्रेरित किया, कहा कि सरकार और देश की जनता हमेशा सशस्त्र बलों के साथ है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने भी 05 मई, 2023 को राजौरी में देश की सेवा में सर्वोच्च बलिदान देने वाले वीर जवानों को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा कि उनके बलिदान को कभी भुलाया नहीं जाएगा। आपको बता दें कि राजौरी जिले के कांडी वन क्षेत्र में शुक्रवार को सेना के आतंकवाद-विरोधी अभियान के दौरान आतंकवादियों द्वारा किए गए विस्फोट में पांच जवान शहीद हो गए थे। इसी के बाद रक्षा मंत्री का यह दौरा हुआ है। इसे भी पढ़ें: Rajouri Encounter | आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन में 5 जवानों के शहीद होने के बाद राजौरी पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, हालात का लेंगे जायजाअधिकारियों के मुताबिक, जनरल मनोज पांडे रक्षा मंत्री से कुछ देर पहले दिल्ली से जम्मू पहुंचे। उन्होंने बताया कि उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल उपेंद्र द्विवेदी, व्हाइट नाइट कॉर्प्स के कॉर्प्स कमांडर और जम्मू के मंडल आयुक्त ने भी राजनाथ के साथ राजौरी का दौरा किया। अधिकारियों के अनुसार, जम्मू लौटने से पहले रक्षा मंत्री को कांडी वन क्षेत्र में चलाए जा रहे अभियान के बारे में जानकारी दी गई, जिसके बाद उन्होंने जम्मू-कश्मीर, खासकर राजौरी और पुंछ में समग्र सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक की अध्यक्षता की। इससे पहले, उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल द्विवेदी ने मुठभेड़ स्थल का दौरा किया।