एक फिल्म देखने की कीमत सवा तीन लाख रुपये! सावधान कहीं फ्री मूवी का लालच बैंक अकाउंट खाली न कर दे

‘सोनम यार इस शनिवार मूवी देखने थिएटर चलें’… सोनम की फ्रेंड काजल ने सोनम से जैसे ही पूछा उसने ना में जवाब दिया। ‘अरे नहीं यार मूवी देखने के लिए थिएटर जाने की क्या जरूरत है, डाउनलोड करके घर में आराम से देखेंगे वो भी एकदम फ्री’। सोनम की तरह ही कई लोग फ्री मूवी को अपने मोबाइल में डाउललोड करके देखते हैं। अलग-अलग साइट्स से लोग फ्री मूवी के लिंक पर क्लिक करते हैं और उन्हें डाउनलोड करते हैं। टेलीग्राम पर भी फ्री मूवी देखने के कई ऑप्शन होते हैं, लेकिन अब ये ऑप्शन आपको लाखों रूपये का चूना लगा सकते हैं। आपको एक फिल्म देखने की कीमत 3 लाख भी पड़ सकती है।

जयपुर में फ्री मूवी के नाम लूटे 3 लाख 15 हजार

जयपुर के मानसरोवर इलाके में रहने वाले एक राजेश ( बदला हुआ नाम) नाम के एक प्रोफेसर को मोबाइल में मूवी डाउनलोड करके देखने की आदत थी। उन्हें टेलीग्राम के जरिए एक नई मूवी का लिंक मिला था। राजेश ने उस लिंक पर क्लिक किया और मूवी देखने लगे, लेकिन इस बार उन्हें ये फ्री मूवी बेहद महंगी पड़ गई। दरअसल वो लिंक साइबर क्रिमिनल्स ने भेजा था और इस लिंक को क्लिक करते ही वो साइबर फ्रॉड का शिकार बन गए। वो मूवी देखते रहे और साइबर क्रिमिनल्स इस दौरान उनके अकाउंट से पैसा निकालते रहे। राजेश के अकाउंट से 3 लाख 15 हज़ार रूपये निकाले गए।

न ओटपी, न मैसेज, बैंक अकाउंट हुआ खाली

राजेश के पास न तो कोई ओटीपी आया और न ही पैसे डिडेक्ट होने का कोई मैसेज। उन्हें तो पता भी नहीं चला कि उनके अकाउंट से पैसा निकाला जा चुका है। दो तीन दिन बार जब राजेश ने पुलिस में शिकायत दर्ज की तो सामने आया साइबर क्रिमिनल्स का पूरा जाल। अब जानिए कैसे इन साइबर क्रिमिनल्स ने राजेश के अकाउंट से पैसा निकाल लिया। आखिर क्यों राजेश के पास कोई ओटीपी भी नहीं आया और ना ही कोई मैसेज फिर भी बैंक से पैसा निकल गया।

साइबर क्रिमिनल्स के जाल से सावधान!

ये साइबर क्रिमिनल्स का एक जाल था जिसमें राजेश फंस चुके थे। दरअसल फ्री मूवी के नाम पर लोगों को लूटने के लिए एक पूरा गैंग काम कर रहा है। इन लोगों की नजर ऐसे लोगों पर होती है जो अक्सर फ्री मूवी देखते हैं। ये उन लोगों को टेलीग्राम या फिर मेल के जरिए नई रिलीज हुई मूवी को फ्री देखने का ऑफर देते हैं। जिस नई मूवी को हॉल में जाकर देखने के लिए 400-500 रूपये चुकाने पड़ते हैं जब वो फ्री में मिल जाती है तो लोग खुशी-खुशी इस ऑफर को स्वीकार कर लेते हैं और बस इसी बात का इंतजार होता है इन साइबर ठगों को।

मूवी लिंक से करते हैं मोबाइल हैक

ये एक लिंक भेजते हैं जिसमें क्लिक करने पर आपकी बेसिक सी जानकारी मांगी जाती है। जैसे ही आप उसे अपने मोबाइल पर डाउनलोड करने के लिए क्लिक करते हैं आपका पूरा मोबाइल डाटा इन क्रिमिनल्स के हाथ लग जाता है, यानी ये आपके मोबाइल को हैक कर लेते हैं। जब तक आप उस मूवी को देख रहे होते हैं ये आपके मोबाइल में सेव डाटा की मदद से आपके बैंक अकाउंट से बड़ी रकम निकाल लेते हैं। मूवी देखने में करीब 2-3 घंटे का वक्त लगता है, ये लोग उस समय दो तीन ट्राजेक्शन करके बैंक अकाउंट को खाली कर देते हैं। बैंक से जो ओटीपी आता है वो मोबाइल हैक होने की वजह से इनके पास ही पहुंचता है इसलिए आपको इस बारे में पता भी नहीं चल पाता। साइबर क्राइम की भाषा में इस बैंकिग ट्रोजन कहा जाता है।

50 लोगों से लूटे 95 करोड़ रूपये

पिछले साल फ्री मूवी के लालच में 50 लोग इस तरह की ठगी का शिकार हुए। इन पचास लोगों के अकाउंट से कुल मिलाकर 95 करोड़ रूपये इन साइबर क्रिमिनल्स ने लूटे। अब सोचिए एक मूवी देखने की कीमत महज 400-500 रूपये होती है, लेकिन थोड़े से लालच के चक्कर में फ्री मूवी के नाम पर लूट लिए जाते हैं लाखों रूपये।

टेलीग्राम में हो रहे हैं सबसे ज्यादा फ्रॉड

टेलीग्राम के जरिए इस तरह के सबसे ज्यादा के फ्रॉड सामने आए हैं। लोग टेलीग्राम में फ्री मूवी के चक्कर में अंजान ग्रुप ज्वाइन कर लेते हैं और इसी का फायदा उठाते हैं ऐसे साइबर क्रिमिनल्स। ये लोग पहले तो सीधे मूवी और वेब सीरीज डाउनलोड करने का ऑपशन देते हैं। यानी आपको किसी लिंक पर क्लिक करने की जरूरत नहीं है, सीधे डाउनलोड करें और फिल्म देखें। ऐसे ग्रुप लोगों को पहले बिना सब्सक्रिप्शन के मूवी देखने की लत लगाते हैं और फिर जब कोई इसका आदि हो जाता है तो वो लिंक भेजकर फ्रॉड करते हैं।