
ज्वालापुर पीठ बाजार निवासी अनुराग झा ने पुलिस को सूचना दी कि उनके 11 वर्षीय बेटे देव झा को अज्ञात बाइक सवारों ने ट्यूशन जाते समय अपहरण कर लिया। कुछ दूर जाकर बच्चा उनके चंगुल से भाग कर आया। इस सूचना पर एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने ज्वालापुर पुलिस को तत्काल कार्रवाई के निर्देश दिए, जिस पर पुलिस बच्चे और उसके परिजनों को लेकर पीठ बाजार घटनास्थल एवं हर उस रूट पर गए, जहां बच्चे के अनुसार 3 स्पलेंडेर सवार और स्कूटी सवार एक अन्य युवक उसे अपहरण कर ले गए थे। बच्चे के अनुसार अपहर्ता उसे बाइक में बिठा कर लोधमांडी ले गए। जहां वे किसी बाबा से बात करने लगे इसी दौरान मौक़ा पाकर वह उनकी पकड़ से छूट कर भाग गया।
पुलिस ने खंगाले दो दर्जन से अधिक कैमरे
घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस टीम द्वारा रूट के आसपास लगे क़रीब 2 दर्जन से अधिक सीसीटीवी कैमरों को खंगाला गया। इस दौरान कहीं ऐसा कोई वीडियो नहीं मिला कि जिसमें बाइक सवार बच्चे को लेकर जाते दिखें। बार-बार सवाल पूछे जाने पर बच्चा भी बयान बदल रहा था। जिस पर पुलिस को उसकी बात पर शक हुआ। उसने यह भी बताया कि उसकी साइकिल भी ले गए थे, लेकिन जब वे लोग बाबा से बात कर रहे थे तो वह साइकिल लेकर उनके चंगुल से भाग गया। तब पुलिसकर्मियों ने प्यार से बच्चे को विश्वास में लेकर पूछा तो जो बात सामने आई उससे परिजन और पुलिसकर्मी भी हैरान रह गए। पुलिसकर्मियों ने उससे कहा कि वह कैमरे में अकेला आता हुआ दिख रहा है, तब देव झा ने बताया कि वह पढ़ाई के लिए पड़ने वाली डांट से परेशान था। वह ट्यूशन भी नहीं जाना चाहता था। फिल्मों में इस तरह की कहानियां देख कर उसको किडनैपिंग का आइडिया आया।
एसएसपी बोले, बच्चों पर न डालें पढ़ाई का ज्यादा दबाव
एसएसपी हरिद्वार अजय सिंह ने बताया कि बच्चे ने जिस तरह से किडनैपिंग की कहानी बताई, उससे तभी बात साफ हो गई थी कि कोई किडनैपिंग नहीं हुई है। तब बच्चे को विश्वास में लेकर पूछने पर सारी बात सामने आ गई। कहा कि बालमन ने फिल्में देख कर कहानी गढ़ दी, लेकिन माता-पिता को समझना चाहिए कि आखिर बच्चे ने ऐसा क्यों किया। पढ़ाई के लिए बहुत ज्यादा दबाव डालना, ट्यूशन भेज रहे हैं लेकिन यह भी देखना चाहिए कि वह इतना दबाव झेल पा रहा है या नहीं। ये पेरेंटस की जिम्मेदारी है कि वे दूसरों के बच्चों से अपने बच्चों की तुलना न करें। इससे बच्चों पर ज्यादा दबाव पड़ता है। हर बच्चा किसी ने किसी क्षेत्र में बेहतर होता है तो उस पर भी ध्यान दिया जाना चाहिए।
रिपोर्ट- रश्मि खत्री