टैक्सी ड्राइवर से किराये को लेकर हुई बहस से आया बिजनस आइडिया, खड़ी कर दी कंपनी, आज करोड़ों में है टर्नओवर

नई दिल्ली: दुनिया में जितने भी सफल लोग हैं, उन्होंने परेशानियों का आसान हल निकाला है। रोजमर्रा की दिक्कतों को दूर करके कैसे आसान बनाया जाए हमेशा यही सोचा है। सफल लोगों के ऐसे ही बिजनस आइडिया ने उन्हें अरबपति तक बना दिया है। आज हम आपको एक ऐसे ही शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं, जिसे टैक्सी ड्राइवर से किराये को लेकर हुई बहस से बिजनस आइडिया मिला। इस शख्स का बिजनस इतना सफल हुआ कि इसकी चर्चा आज पूरे देश में है। हम बात कर रहे हैं। ओला कैब्स के सीईओ भाविश अग्रवाल की। भाविश ने साल 2010 में अपने दोस्त अंकित भाटी के साथ मिलकर इस कंपनी की शुरुआत की थी। टैक्सी में हुए खराब एक्सपीरियंस के बाद उन्होंने ये कंपनी बनाई थी। दरसअल भाविश एक यात्रा के दौरान टैक्सी ड्राइवर की मनमानी के शिकार हुए थे। इसके बाद उन्हें ओला कैब सर्विस शुरू करने का आइडिया आया। ऐसे हुई शुरुआत टैक्सी ड्राइवर की मनमानी का शिकार होने के बाद भाविश ने यह महसूस किया कि देश में एक ऐसी कैब सर्विस की जरूरत है, जिसका किराया कम हो और ड्राइवर कस्टमर के प्रति जिम्मेदार हो। वहीं लोगों को टैक्सी आसानी से मिल भी सके। बता दें कि भाविश ने अपने करियर की शुरुआत माइक्रोसॉफ्ट से की। उन्‍होंने कंपनी में दो साल काम किया।दोस्तों ने उड़ाया मजाक भाविश ने पहले पहल जब अपने बिजनस मॉडल के बारे में परिवार को बताया तो किसी को कुछ समझ नहीं आया। दोस्तों ने उनका मजाक भी उड़ाया, लेकिन भाविश ने इसपर ध्यान नहीं दिया। घरवालों ने पूछा था कि क्‍या वह ट्रैवल एजेंसी खोलने जा रहे हैं। भाविश ने पवई में वन बीएचके में ऑफिस खोला था। यहीं से ओला कैब्‍स की शुरुआत हुई थी। आईआईटी बॉम्बे से की पढ़ाई भाविश आईआईटी बॉम्‍बे के पढ़े हैं। साल 2004 में उन्‍होंने संस्‍थान में कदम रखा। कंप्‍यूटर साइंस में उन्‍होंने बीटेक की डिग्री ली है। पहली कोशिश में आईआईटी में उनका सेलेक्‍शन नहीं हुआ था। प्रवेश परीक्षा में नाकाम होने के बाद वह कोटा में तैयारी करने गए थे। एक साल की तैयारी के बाद उन्‍हें परीक्षा में 23वां स्‍थान प्राप्‍त हुआ था। करोड़ों में टर्नओवर मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओला कैब्स की वैल्यूएशन 4.8 बिलियन डॉलर यानी 39832 करोड़ रुपये हो गई है। भाविश अग्रवाल ने साल 2017 में ओला इलेक्ट्रिक नाम से एक और कंपनी लॉन्च की थी। यह कंपनी इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन बनाती है। पिछले साल उन्होंने करीब 2400 करोड़ रुपये जुटाए थे।