अहमदाबाद: कोलकाता नाइटराइडर्स आईपीएल 2024 में प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई करने वाली पहली टीम थी। 2012 और 2014 में गौतम गंभीर ने अपनी कप्तानी में केकेआर को चैंपियन बनाया था। इस बार वह बतौर मेंटॉर टीम के साथ जुड़े हैं और तीसरे खिताब के बेहद करीब है। ‘कोरबो लोड़बो जीतबो रे’ का नारा लगाकर मैदान पर उतरने वाली शाहरुख खान की मालिकाना हक वाली टीम की सबसे बड़ी ताकत उसकी ओपनिंग जोड़ी थी। पहले विकेट के लिए की गई शानदार साझेदारियों के बूते ही कोलकाता 14 में से नौ मैच जीतकर 20 पॉइंट हासिल कर सका, लेकिन अब क्वालीफायर-1 में उसकी ताकत कमजोर पड़ सकती है।वापस इंग्लैंड लौटे फिल साल्टदअरसल, केकेआर को विकेटकीपर बैटर फिल सॉल्ट (435 रन) की कमी खलेगी जो टी-20 वर्ल्ड कप से पहले इंग्लैंड टीम से जुड़ने स्वदेश लौट गए हैं। साल्ट और सुनील नरेन (461) ने केकेआर को शानदार शुरुआत दी है। मध्यक्रम में कप्तान श्रेयस अय्यर (287 रन) प्रभावित नहीं कर सके, लेकिन इसकी कमी टीम को खली नहीं। रॉयल्स के खिलाफ मैच बारिश में धुलने के कारण साल्ट की जगह टीम में आए रहमानुल्लाह गुरबाज को अभ्यास नहीं मिल सका, जिससे केकेआर खेमा चिंतित होगा। केकेआर के लिए नीतीश राणा और आंद्रे रसेल का फॉर्म में रहना भी बहुत जरूरी है। कागजों पर केकेआर और सनराइजर्स बराबरी की टीमें लगती है, जिससे यह मुकाबला और रोमांचक हो गया है। क्या गुरबाज भर पाएंगे जगह?पिछले सीजन में अफगानिस्तान के रहमनुल्लाह गुरबाज को ही कोलकाता नाइटराइडर्स ने ओपनिंग की जिम्मेदारी सौंपी थी, जहां उन्होंने 11 मैच में दो अर्धशतक भी जमाए थे, लेकिन इस सीजन फिल साल्ट ने ऐसा प्रदर्शन किया कि विकेटकीपर बल्लेबाज को गुरबाज को बेंच पर ही बैठा दिया। वैसे भारत के पूर्व बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का मानना है कि केकेआर को फिल साल्ट की कमी महसूस नहीं होगी। सहवाग का मानना है कि केकेआर की ओर से किसी और को आगे आना चाहिए। बकौल सहवाग, ‘यह सिर्फ इतना है कि दूसरे खिलाड़ी को अच्छा प्रदर्शन करने की आवश्यकता है। वास्तव में जो बात मायने रखती है वह यह है कि आपका एक इन-फॉर्म खिलाड़ी अनुपस्थित रहेगा। आपने बाकी खिलाड़ियों को भी ऐसे ही मौकों के लिए खरीदा है। ताकि यदि कोई घायल हो जाए या बीच में ही छोड़ दे, तो दूसरा खिलाड़ी आगे आ सके।’