अतीक-अशरफ को मौत के घाट उतारने वालों का बड़ा खुलासा! ‘बड़ा माफिया बनना है’, पुलिस की पूछताछ में कहा

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में शनिवार रात मेडिकल के लिए ले जाते समय माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की हत्या करने वारने वाले आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बड़े खुलासे किए हैं। तीनों आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में बताया दिया है कि आखिर उनका मंसूबा किया था। तीनों आरोपियों का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड रहा है। पुलिस की पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि वह बड़ा माफिया बनना चाहते हैं। यही वजह है कि उन्होंने अतीक और अशरफ की हत्या की।आरोपियों ने पुलिस की पूछताछ में कहा कि हम कब तक छोटे शूटर रहेंगे। बड़ा माफिया बनना है इसलिए हत्याकांड को अंजाम दिया। वहीं, पुलिस को उनके बयान पर भरोसा नहीं है, क्योंकि तीनों के बयानों में विरोधाभास है। फिलहाल तीनों आरोपियों से पूछताछ जारी है।अतीक और अशरफ की हत्या करने वाले कौन हैं?खबरों के मुताबिक, पूछताछ में यह बात सामने आई है कि अतीक और अशरफ की हत्या करने वाला लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है। वहीं, अरुण मौर्य हमीरपुर का रहने वाला है और तीसरा आरोपी सनी कासगंज का निवासी है। पुलिस इनके बयानों को वेरिफाई कर रही है। पुलिस की पूछताछ में एक बात तो साफ हो गई है कि तीन आरोपी, अतीक और अशरफ की हत्या करने के लिए ही प्रयागराज आए थे।अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के लिए जिस बाइक Up 70M7337 से आए थे वो vahan app पर सरदार अब्दुल मन्नान खान के नाम से रजिस्टर बता रही है। यह नंबर हीरो होंडा की पुरानी गाड़ी Cd 100ss बाइक पर भी दर्ज है। इसे 3 जुलाई 1998 को कैश में खरीदा गया था।अतीक और अशरफ की कब हुई हत्या?यूपी के प्रयागराज में शनिवार रात को अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की गोली मारकर हत्या कर दी गई। पूरा मामला प्रयागराज के मेडिकल कॉलेज के पास हुआ। अतीक और अशरफ को मेडिकल कॉलेज लेकर आया गया था। यहीं पर उनकी हत्या कर दी गई।उमेश पाल हत्याकांड में अतीक और उसके भाई अशरफ चार दिन की पुलिस कस्टडी में थे। शनिवार को तीसरे दिन धूमनगंज थाने के लॉकअप में बंद अतीक और अशरफ से एटीएस ने हथियार तस्करी की बाबत पूछताछ की थी। रात लगभग साढ़े दस बजे जब दोनों को रूटीन मेडिकल चेकअप के लिए कॉल्विन अस्पताल ले जाया जा रहा था, तभी तीन लोग बाइक से आए और ताबड़तोड़ फायरिंग कर अतीक और अशरफ को मौत के घाट उतार दिया।