ठाकरे की पार्टी में फिर होगी टूट? स्थापना समारोह से गायब रहे विधायक, बढ़ा सस्पेंस

मुंबई : शिवसेना के विभाजन के दो साल बाद एक बार फिर उद्धव ठाकरे गुट में उथल-पुथल मच गई है। माना जा रहा है कि उद्धव ठाकरे को एक और झटका लग सकता है क्योंकि उनकी पार्टी के कई नेता अपने भविष्य के बारे में सोच रहे हैं। ये विधायक एकनाथ शिंदे की शिवसेना की ओर रुख कर सकते हैं। वहीं उद्धव बालासाहेब ठाकरे दावा कर रहे हैं कि उनका कोई भी नेता पार्टी नहीं छोड़ेगा। पार्टी से एक बार फिर विधायकों के दूर होने के स्पष्ट संकेत मिले हैं। कई नेता, विधायक और सांसद गुरुवार को पार्टी के संस्थापक दिवंगत बाल ठाकरे की जयंती समारोह से दूर रहे।यूबीटी विधायक दिलीप सोपाल, राहुल पाटिल, बाबाजी काले और सांसद संजय देशमुख, नागेश पाटिल अष्टीकर, बंडू जाधव, ओम राजे निंबालकर और संजय दीना पाटिल अंधेरी में आयोजित कार्यक्रम में अनुपस्थित थे।संजय राउत ने दी सफाईयूबीटी नेताओं ने दावा किया कि इनमें से कई नेताओं की पहले से प्रतिबद्धता थी और उन्होंने पार्टी को पहले ही सूचित कर दिया था कि वे इसमें शामिल नहीं हो पाएंगे। यूबीटी के राज्यसभा सांसद संजय राउत ने विद्रोही रुख अपनाया और कहा कि पार्टी नेताओं की अनुपस्थिति में सवाल पूछने वाले शिवसेना को नहीं जानते। संजय राउत ने कहा कि यह मुंबई का कार्यक्रम था और इसलिए राज्य के अन्य (शिवसेना) नेता इसमें शामिल नहीं हुए।राजन साल्वी और वैभव नाइक को लेकर अटकलें तेजअनुपस्थित रहने वालों में पूर्व विधायक राजन साल्वी और वैभव नाइक शामिल हैं। साल्वी के यूबीटी खेमे को छोड़कर शिवसेना में शामिल होने की अटकलें पहले से ही लगाई जा रही थीं। इस अटकलों को लेकर उन्होंने भी स्पष्ट रूप से खंडन नहीं किया है। साल्वी को शिवसेना और भाजपा दोनों ही लुभाने की कोशिश कर रहे हैं।उदय सामंत का दावा सही साबित होगा!शिवसेना नेताओं की अनुपस्थिति इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि शिवसेना नेता और उद्योग मंत्री उदय सामंत ने कहा है कि आने वाले दिनों में यूबीटी खेमे से कई हाई-प्रोफाइल नेता शिवसेना में शामिल होंगे। सामंत ने दावा किया है कि यूबीटी के चार विधायक और उसके तीन सांसद जल्द ही शिवसेना में शामिल हो जाएंगे। गौरतलब है कि सामंत ने यह भी दावा किया है कि कांग्रेस के चार विधायक भी शिवसेना में शामिल होने वाले हैं।