बरखा बताती हैं, ‘वे 30 मिनट से फायरिंग कर रहे हैं। हमें नहीं पता है कि अंदर कितने आतंकी हैं। वे 3-4 हो सकते हैं। सूत्रों ने बताया है कि 5 इजरायली नागरिकों को बंधक बनाया गया है। 19वें फ्लोर पर आतंकी ऐक्टिव हैं और वे होटल के भीतर ग्रेनेड लगा रहे हैं… रैपिड एक्शन फोर्स, एनएसजी कमांडो और सेना के कमांडो को अभी यहां तैनात किया गया है… वे अब होटल में प्रवेश कर रहे हैं।’ (इस दौरान गेट की तस्वीर भी दिखाई जाती है)
हाफिज लेता है बरखा का नाम
एक अन्य वायरल वीडियो में मुंबई हमले का मास्टरमाइंड हाफिज सईद कहता है, ‘मैं देख रहा हूं कि वहां बरखा दत्त जैसे लोग भी मौजूद हैं। बहुत अच्छे बात करने वाले भी मौजूद हैं। अभी देखिए कांग्रेस में जो गुफ्तगू हुई है…।’ सोशल मीडिया पर आज दिग्विजय सिंह समेत कई कांग्रेसियों के फोटो भी शेयर किए जा रहे हैं। लोग लिख रहे हैं, ‘कभी नहीं भूलेंगे, कभी माफ नहीं करेंगे।’
दरअसल, कई ब्लॉग पोस्ट और सोशल मीडिया पर आतंकी हमले के दौरान मुठभेड़ की लाइव रिपोर्टिंग को लेकर बरखा दत्त की आलोचना होती रही है। लोगों का आरोप है कि उनके इस तरह सटीक जानकारी देने से आतंकियों को मदद मिली। कुछ किताबों में तो करगिल युद्ध के समय भी बरखा दत्त की रिपोर्टिंग पर गंभीर आरोप लगाए गए। एक किताब में कहा गया कि करगिल युद्ध के समय उनकी रिपोर्टिंग ने सेना को संकट में डाल दिया था।
प्रज्ञा ठाकुर का भी वीडियो वायरल
आज मुंबई हमले के दिन कुछ लोग प्रज्ञा ठाकुर का वो विवादास्पद बयान भी वायरल कर रहे हैं जिसमें वह हेमंत करकरे को देशभक्त नहीं कहती हैं। महाराष्ट्र के तत्कालीन ATS चीफ हेमंत करकरे आतंकी हमले में शहीद हो गए थे।