काबुल : अगस्त 2021 में तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर लिया था। हालांकि उससे पहले भी अफगान जनता का जीवन आसान नहीं था लेकिन तालिबान की वापसी के बाद जिंदगी बदतर हो गई। मुश्किलें अब भी कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। दावा किया जा रहा है कि अफगानिस्तान में अब ‘नकली तालिबान’ लोगों को लूट रहा है। खबरों की मानें तो कंधार शहर में एक शख्स ने तालिबान का नाम लेकर महिलाओं के बैग और गहने लूट लिए। आरोपी को एक महिला से 10 हजार डॉलर का सोना चोरी करते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया था। अफगानिस्तान के पत्रकार बिलाल सरवरी ने ‘नकली’ तालिबानी की फोटो शेयर करते हुए मामले की जानकारी दी। फोटो के साथ कैप्शन में उन्होंने लिखा, ‘खुद को एक तालिब बताते हुए वह कंधार शहर में महिलाओं को लूट रहा था। वह महिलाओं से उनके बैग और गहने लूट रहा था। वह एक महिला से 10 हजार डॉलर का सोना चोरी करते हुए रंगे हाथ पकड़ा गया। तालिबान ने उसे कंधार में पीडी 13 में पकड़ा। कंधार के तालिबानी अधिकारियों ने मुझे इसकी जानकारी दी।’पहले ही नरक बन चुका है अफगानों का जीवनअफगानिस्तान में फिलहाल 97 फीसदी लोग गरीबी की चपेट में हैं। साल 2018 में यह आंकड़ा 72 फीसदी पर था। तालिबान ने महिलाओं के काम करने और अकेले बाहर निकलने पर रोक लगा दी है। इससे महिलाओं का नौकरी करना मुश्किल हो गया है और बड़े परिवारों में गरीबी बढ़ रही है। लोगों के पास खाने को रोटी नहीं है। बड़ी संख्या में लोग कुपोषण और नशे का शिकार हो चुके हैं। खाने की कमी, समस्या की एक बड़ी तस्वीर का छोटा सा हिस्सा है जिसमें ईंधन, पानी, घर, बिजली संकट भी शामिल है।2021 में तालिबान ने किया था कब्जातालिबान को सत्ता पर काबिज हुए एक साल से अधिक समय बीत चुका है। आंतकियों के काबुल पहुंचने से पहले भी अफगानिस्तान में जीवन बेहद दयनीय था। लेकिन आर्थिक संकट और कई तरह के धार्मिक, सामाजिक प्रतिबंधों ने इसे और अधिक मुश्किल बना दिया है। अफगानिस्तान से सोवियत सैनिकों की वापसी के बाद 1990 के दशक की शुरुआत में पाकिस्तान में तालिबान का उदय हुआ। 2021 में विदेशी सैनिकों की वापसी के बाद तालिबान ने काबुल पर कब्जा कर लिया था क्योंकि राष्ट्रपति अशरफ गनी के भागने के बाद अफगान सरकार ढह चुकी थी।