तेहरान: ईरान में हमास चीफ इस्माइल हानिया की बुधवार को मौत हो गई। हानिया कैसे मारा गया यह अभी भी रहस्य बना हुआ है। क्योंकि इससे जुड़ी दो रिपोर्ट्स सामने आई हैं। पश्चिमी मीडिया इस बात पर जोर दे रहा है कि इस्माइल हानिया को मारने के लिए एक बम का इस्तेमाल किया गया, जो तस्करी कर ईरान में पहुंचाया गया था। लेकिन ईरान ने दावा किया है कि हानिया एक छोटी दूरी के मिसाइल और गेस्ट हाउस के बाहर एक गंभीर विस्फोट के जरिए मारा गया। रिपोर्ट के मुताबिक मिसाइल में 7 किलो विस्फोटक था। CNN ने माना कि ईरान की ओर से दिया गया यह बयान उस जानकारी का खंडन करता है, जिसके मुताबिक गेस्ट हाउस में एक बम छिपाया गया था।हानिया की मौत ने पहले से ही मौजूद तनाव को और भी ज्यादा बढ़ा दिया है, जिससे इस बात की आशंका बढ़ गई है कि पूरे खाड़ी में बड़े पैमाने तक फैल सकता है। ईरानी सरकार और हमास का कहना है कि इस हत्या में इजरायल का हाथ है। वहीं न तो इजरायल ने इन आरोपों को माना है और न ही इनकार किया है। शनिवार को ईरान ने चेतावनी दी है कि हत्या के लिए खूनी प्रतिशोध निश्चित है। पहले रिपोर्ट में कहा कि जिस गेस्ट हाउस में हमास चीफ रुकने वाला था वहां लगभग दो महीने पहले बम लगाया गया था।इजरायल पर भड़का ईरानरिपोर्ट्स के मुताबिक अमेरिका को ईरान ने ऑपरेशन के बाद जानकारी दी थी। ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स (IRGC) ने आरोप लगाया, ‘यह हमला जायोनी शासन की ओर से प्लान और अंजाम दिया गया, जिसे आपराधिक अमेरिका का समर्थन मिला है।’ IRGC ने कहा कि इस अपराध का निर्णायक जवाब इजरायल को मिलेगा। उचित समय, स्थान और तरीके से सजा दी जाएगी। हर तरह से तैयार है इजरायलइजरायली रक्षा बलों (IDF) के मुख्य प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने गुरुवार को कहा कि इजरायल रक्षात्मक और आक्रमक दोनों तरह की सैन्य कार्रवाई के लिए हाई अलर्ट पर है। हगारी ने कहा, ‘IDF बल हवा, समुद्र और जमीन पर तैनात हैं और सभी तरह के हालतों को लेकर तैयार है। खासकर तत्काल कार्रवाई के लिए तैयार हैं।’ ईरान की ओर से इजरायल पर बड़े हमले की आशंका है। इसे देखते हुए अमेरिका ने मिडिल ईस्ट में अपनी सैन्य तैनाती बढ़ाई है।