मुसलमान, केजरीवाल और ओवैसी
ओवैसी गुजरात में भी दहाड़ रहे हैं। वह मंच से खुलेआम आम आदमी पार्टी पर बरस रहे हैं। एक दिन पहले वह बोले, ‘लोग बोलते हैं ये कांग्रेस, भाजपा और ये दूसरी छोटी रिचार्ज के पार्टी के लोग…।’ जब दिल्ली के श्रीराम कॉलोनी में ओवैसी ने बोलना शुरू किया तो उन्होंने लोगों को बताया कि उनकी पार्टी चुनाव में हिस्सा क्यों ले रही है? ओवैसी ने कहा, ‘जमीनी सतह से कमजोरों और मजलूमों की एक सियासी लीडरशिप बने और उसके लिए हम सियासी पार्टी के जरिए कोशिश करते हैं… याद रखिए कि संविधान में आवाम का भरोसा बढ़ता जाएगा जब कमजोरों की आवाज उनके नुमाइंदों के तौर पर कामयाब हो। चाहे वह एमसीडी, विधानसभा या संसदीय चुनाव हो।’
ओवैसी ने कहा कि मजलिस ये पैगाम देने आई है कि ये हिस्सेदारी की लड़ाई है। यहां उन्होंने कोविड के समय का जिक्र करते हुए तबलीगी जमात का जिक्र किया। ओवैसी ने सीधे केजरीवाल पर हमला बोला। उन्होंने कहा, ‘दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कोविड के दौरान मुसलमानों को बदनाम करने की कोशिश की। उन्होंने तबलीगी जमात का नाम लेकर तमाम मुस्लिमों को बदनाम किया और उन्हें सुपर स्प्रेडर कहा।’ ओवैसी ने केजरीवाल को ‘झूठा’ बताते हुए ‘सच’ का साथ देने के लिए वोट मांगा।
रविवार को दोपहर न्यू सीलमपुर की फल मार्केट में लोगों की काफी भीड़ जुटी। मुस्तफाबाद की सभा खत्म करने के बाद ओवैसी ने सीलमपुर की सभा में 30 मिनट तक भाषण दिया। सड़क के दोनों ओर बने मकानों की छतों से लेकर बालकनी में लोग खड़े होकर ओवैसी को गौर से सुनते रहे। हालांकि सभा में जुटी भीड़ वोट में कितनी तब्दील हो पाएगी, यह कहा नहीं जा सकता लेकिन प्रचार में उतरी बीजेपी के नेताओं की फौज और ओवैसी के आने से दिल्ली का एमसीडी चुनाव भी अब रोचक हो चला है। ओवैसी की पार्टी दिल्ली में सीलमपुर वॉर्ड के अलावा श्रीराम कॉलोनी, मुस्तफाबाद, खुरेजी, बाटला हाउस और शाहीन बाग सहित 15 वॉर्डों पर निगम चुनाव लड़ रही है।
एआईएमआईएम प्रमुख ने कहा कि उनकी पार्टी भाजपा को जीतने में मदद नहीं करती है बल्कि ‘आप’ और कांग्रेस करती हैं और फिर वे कहते हैं कि ओवैसी की वजह से भाजपा को फायदा हो रहा है। ओवैसी ने मुस्लिम समुदाय से एआईएमआईएम उम्मीदवारों को वोट देकर अपना खुद का नेतृत्व बनाने को कहा। उन्होंने कहा, ‘आपने कांग्रेस को वोट दिया लेकिन वह भाजपा को नहीं रोक सकी। आपने ‘आप’ को वोट दिया, लेकिन फिर भी भाजपा की जीत हुई। अगर ‘आप’ पतंग (एआईएमआईएम का चुनाव चिन्ह) के सामने वाला बटन दबाते हैं तो आपके वोट की कीमत बढ़ जाएगी… चाहे भाजपा हो, कांग्रेस हो या दिल्ली के मुख्यमंत्री का छोटा रिचार्ज। वे कभी नहीं चाहेंगे कि आप अपना नेतृत्व खड़ा करें।’