रतन टाटा की किताब, IAS के कंधे पर हाथ… कोल स्कैम में समीर विश्नोई को अपने साथ जेल में ले गए सुनील अग्रवाल

रायपुर: कोयला और परिवहन घोटाले में गिरफ्तार छत्तीसगढ़ के IAS अधिकारी समीर विश्नोई और कारोबारी सुनील अग्रवाल और लक्ष्मीकांत तिवारी को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। गुरुवार को ईडी ने कोर्ट से 14 दिन की न्यायिक हिरासत मांगी थी जिसे कोर्ट ने मंजूर कर लिया। जिसके बाद तीनों को रायपुर सेंट्रल जेल में शिफ्ट कर दिया गया है। हलांजेल जाते समय ये तीनों अपने साथ पढ़ने के लिए किताबें लेकर गए हैं। जानकारी के अनुसार, ईडी की पूछताछ में समीर विश्नोई ने कई खुलासे किए हैं।

सूर्यकांत तिवारी से पैसे मिलने की बात स्वीकार की
ईडी की पूछताछ में समीर विश्नोई ने स्वीकार किया है कि उन्होंने कई चेक बिना परमिशन के साइन किए हैं। जिसके बाद ईडी ने सारे चेक जब्त कर लिए हैं। वहीं, विश्नोई ने यह भी कबूल किया है कि उन्हें सूर्यकान्त तिवारी से 50 लाख से लेकर 2 करोड़ तक की राशि मिली है।

जेल में गले मिले समीर विश्नोई और सुनील अग्रवाल14 दिनों की न्यायिक हिरासत मिलने के बाद कोयला कारोबारी सुनील अग्रवाल और आईएएस समीर विश्नोई गलबहियां करते नदजर आए। दोनों रायपुर केंद्रीय जेल परिसर में गले मे हाथ डाले नजर आये। इस दौरान सुनील अग्रवाल ने आईएएस समीर विश्नोई के गले में हाथ डालकर कहा-आइये चलें। वहीं, सुनील अग्रवाल जेल में अपने साथ दर्जनभर किताबें लेकर गए हैं। उन्होंने कहा कि मैं जेल में रतन टाटा की किताब पढूंगा।


बंद था मंदिर का पट

रायपुर सेंट्रल जेल पहुंचने के बाद समीर विश्नोई सबसे पहले जेल परिसर में ही बने देवी मंदिर में दर्शन करने के लिए पहुंचे लेकिन उस समय मंदिर का पट बंद था जिस कारण वो दर्शन नहीं कर पाए।

क्या है मामला
दरअसल, ईडी ने 11 अक्टूबर को आय से अधिक संपत्ति और मनी लॉड्रिंग केस में छत्तीसगढ़ के IAS अधिकारी के ऑफिस समेत कई जगहों पर छापेमारी की थी। इस दौरान टीम को कई अहम सुराग मिले थे। जिसेक बाद उन्हें अरेस्ट किया गया था उनके साथ सुनील अग्रवाल और लक्ष्मीकांत तिवारी को भी ईडी की टीम ने गिरफ्तार करने के बाद छापेमारी की है। इस मामले में अब अगली सुनवाई 10 नवंबर को होगी।

इसे भी पढ़ें-

रायपुर से सोमेश पटेल की रिपोर्ट