नई दिल्ली: मार्च अपने साथ गर्मी से थोड़ी राहत भी साथ लाया है। वैसे तो मंगलवार रात से ही तेज हवाओं ने हल्की ठंडक का अहसास करा दिया था। बुधवार सुबह होते-होते बादल भी छा गए। दिल्ली-एनसीआर में तेज हवाएं चल रही हैं। आंधी जैसे हालात हैं। कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हुई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के अनुसार, तापमान में गिरावट के आसार कम हैं। मौसम विभाग ने दिल्ली-एनसीआर से लेकर हरियाणा और वेस्ट यूपी में आज हल्की बारिश के आसार जताए हैं। IMD के मुताबिक, दिल्ली में बुधवार को अधिकतम तापमान 31 और न्यूनतम तापमान 14 डिग्री के आसपास रहेगा। इसके बाद 2 से 6 मार्च के बीच अधिकतम तापमान 32 से 33 डिग्री और न्यूनतम तापमान 14 से 15 डिग्री के आसपास रह सकता है।मार्च की शुरुआत में गर्मी से थोड़ी राहत रहेगी। वर्ना फरवरी की गर्मी ने तो कई रेकॉर्ड तोड़ दिए। यह फरवरी न सिर्फ 17 साल की सबसे गर्म फरवरी रही है, बल्कि 1960 से अब तक की दूसरी सबसे गर्म फरवरी भी है। एक दशक में ऐसा भी पहली बार हुआ है, जब फरवरी में 7 दिन अधिकतम तापमान 30 डिग्री या इससे ऊपर रहा है।2006 के बाद से सबसे गर्म फरवरीफरवरी 2023 का औसत अधिकतम तापमान 27.7 डिग्री रहा है। इसी वजह से यह 17 साल की सबसे गर्म फरवरी बन गई है। इससे पहले 2006 में फरवरी का औसत अधिकतम तापमान 29.7 डिग्री रहा था।रातें भी पांच साल में सबसे गर्म रहींफरवरी 2023 न्यूनतम तापमान के मामले में भी पांच साल में सबसे गर्म रही है। 2023 में औसत न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री रहा, यह पूरे महीने 8.3 डिग्री से नीचे नहीं गया। इससे पहले 2018 का औसत न्यूनतम तापमान 11.2 डिग्री रहा था। वहीं 2017 का औसत न्यूनतम तापमान 11.7 डिग्री रहा था।पांच साल बाद शुष्क फरवरीराजधानी में फरवरी का महीना पांच साल बाद बिना बारिश के बीता है। एक भी दिन बारिश नहीं हुई। 2012 से 2023 के बीच महज तीन बार फरवरी का महीना पूरी तरह शुष्क रहा है। इनमें 2013, 2017 और 2018 शामिल हैं। फरवरी में सामान्य तौर पर 21.5 एमएम बारिश होती है।बढ़ती गर्मी पर केंद्र सरकार ने राज्यों को किया अलर्टकेंद्र सरकार ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को अलर्ट करना शुरू कर दिया है। मंत्रालय ने गर्मी से संबंधित बीमारियों को लेकर सभी राज्यों को एडवाइजरी जारी की है। इसमें कहा गया है कि नैशनल ऐक्शन प्लान के मुताबिक सभी जरूरी कदम उठाए जाएं। लोगों को जागरूक किया जाए। पानी का पर्याप्त इंतजाम हो। मौसम विभाग के अनुमानों के बारे में लोगों को समय-समय पर बताया जाए।