नई दिल्ली: दिल्ली-एनसीआर और समेत उत्तर भारत में हाल के दिनों में कई बार भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। 5 या उससे थोड़ी ज्यादा तीव्रता के भूकंप से यहां बिल्डिंग हिल जाती है। लोगों में खौफ का माहौल घर कर जाता है। उधर, तुर्की में आज 7.8 की जोरदार तीव्रता के आए भूकंप से पूरा देश हिल गया है। क्या आप जानते हैं 5 की तीव्रता और 7.9 तीव्रता के भूकंप में कितना अंतर होता है? अगर 8 तीव्रता का भूकंप कहीं आ जाए तो क्या होता है? दरअसल, 8 तीव्रता वाली भूकंप के कारण जो नुकसान होता है उसकी तो हम कल्पना तक नहीं कर सकते हैं। आइए समझते हैं किस-किस तीव्रता के भूकंप होते हैं और उससे होने वाला नुकसान कितना बड़ा होता है। तुर्की में आए भूकंप की तीव्रता 7.9 थी। इस जलजले के कारण वहां अबतक 17 से ज्यादा मौतें हुई हैं। इस भूकंप का असर सीरिया, से लेकर इजरायल तक पड़ा है। सीरिया में भी इस जलजले से काफी नुकसान हुआ है। करोड़ों टन ऊर्जा जमीन से निकलती हैदरअसल, भूकंप की तीव्रता का नंबर जलजले से निकलने वाली ऊर्जा को दर्शाता है। इससे ये भी पता चलता है कि इस भूकंप के झटके से पहाड़ कितना हिला और कितना दूर तक हिला। आइए समझते हैं कि तीव्रता (Magnitudes) का मतलब क्या होता है और क्यों 8 तीव्रता वाला भूकंप 6 वाली तीव्रता के भूकंप से ज्यादा खतरनाक है। भूकंप की तीव्रता बढ़ने का मतलब जान लीजिए भूकंप की तीव्रता का नंबर जैसे-जैसे बढ़ता है, वैसे ही उससे निकलने वाली ऊर्जा भी बढ़ती जाती है। भूकंप की तीव्रता 1 अंक बढ़ने से उससे निकलने वाली ऊर्जा 32 गुना बढ़ जाती है। जैसे 7 तीव्रता का भूकंप में 6 की तीव्रता वाले भूकंप से 32 गुना ज्यादा ऊर्जा निकलती है। 8 तीव्रता वाले भूकंप में 1,000 गुना ज्यादा ऊर्जा निकलती है 8 तीव्रता का भूकंप 6 तीव्रता वाले भूकंप के मुकाबले 1,000 गुना ज्यादा ऊर्जा निकलती है। 8 तीव्रता वाली भूकंप से निकलने वाली ऊर्जा बड़े क्षेत्र में निकलती है और ज्यादा वक्त तक इसे महसूस किया जा सकता है। मैग्नीट्यूड सिस्मोग्राम्स के ग्राफ के जरिए माना जाता है। इससे जरिए पेपर पर जो ग्राफ बनता है, उससे भूकंप की तीव्रता मापी जाती है। सिस्मोग्राम 8 तीव्रता का भूकंप 7 वाली भूकंप से 10 गुना ज्यादा खतरनाक और बड़ा होता है। आइए समझते हैं भूकंप की तीव्रता कैसी-कैसी और कितनी होती है 10 तीव्रता (बेहद बेहद खतरनाक) : रिक्टर स्केल पर 10 तीव्रता वाले भूकंप हर चीज को तबाह करने की क्षमता रखता है। रेल की पटरियां मुड़ सकती हैं। जमीन पर मौजूद स्ट्रक्चर ध्वस्त हो सकती है। 9 तीव्रता (अति खतरनाक) : 9 की तीव्रता वाला भूकंप भी बेहद खतरनाक होता है। ये मजबूत से मजबूत डिजाइन स्ट्रक्चर को तबाह कर सकता है। बिल्डिंगों को भी इससे काफी नुकसान होता है। 8 तीव्रता (बेहद खतरनाक): इस तीव्रता का भूकंप स्पेशयली डिजाइन्ड स्ट्रक्चर को भी तबाह कर देता है। ये इमारतों को ध्वस्त कर देता है। खराब बनी इमारतें पूरी तरह से भरभरा कर गिर जाती हैं। कॉलम, दीवारें भारी फर्नीचर इस भूकंप के झटके से गिर जाती हैं। 7 तीव्रता (बहुत तेज): 7 तीव्रता वाले भूकंप से भी काफी नुकसान होता है। मजबूत स्ट्रक्चर वाली इमारतों को तो इससे कम नुकसान होता है। लेकिन खराब तरीके से बनी इमारतें ध्वस्त हो जाती हैं। 6 तीव्रता (खतरनाक): 6 तीव्रता वाले भूकंप के झटके खतरनाक श्रेणी में आते हैं। इसके झटके काफी तेज महसू होते हैं। हालांकि इससे ज्यादा नुकसान नहीं होता है। 5 तीव्रता (मध्यम): 5 तीव्रता वाला भूकंप झटके महसूस तो सभी को होते हैं। लेकिन इससे ज्यादा नुकसान नहीं होता है। कभी-कभार कांच की खिड़कियां टूट जाती हैं।