
रेलवे के मुताबिक, पहली घटना सोमवार को हुई। न्यू जलपाईगुड़ी से हावड़ा लौट रही वंदे भारत एक्सप्रेस पर पत्थर फेंके गए। मालदा जिले के कुमारगंज के पास यह घटना हुई। रिपोर्ट के मुताबिक, पत्थर लगने से ट्रेन के C-13 कोच के गेट के शीशे में दरार आ गई। वहीं मंगलवार को फिर से पत्थर बरसाए गए।
30 दिसंबर को पीएम ने दिखाई थी हरी झंडी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 30 दिसंबर 2022 को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में हावड़ा और न्यू जलपाईगुड़ी को जोड़ने वाली वंदे भारत एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखाई थी। प्रधानमंत्री ने विडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए ट्रेन को हरी झंडी दिखाई थी।
पहले भी हुईं घटनाएं
इससे पहले भी वंदे भारत एक्सप्रेस पर पथराव की घटनाएं हुई हैं। 15 दिसंबर 2022 को छत्तीसगढ़ में नागपुर-बिलासपुर वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन पर पत्थर फेंके गए थे। इसकी वजह से ट्रेन की खिड़की का शीशा टूट गया था। हालांकि, यात्रियों को कोई नुकसान नहीं हुआ था। यह घटना दुर्ग और भिलाई स्टेशनों के बीच हुई थी।
सीएए प्रदर्शन से जोड़ा लिंक
पश्चिम बंगाल बीजेपी के अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने आरोप लगाया कि 2019 में सीएए के विरोध में हुए विरोध प्रदर्शन में शामिल लोग ट्रेन में तोड़फोड़ में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि यह शर्मनाक है कि वंदे भारत एक्सप्रेस पर किसी अन्य राज्य में हमला या तोड़फोड़ नहीं की जा रही है। राज्य सरकार अपने वोट बैंक को सुरक्षित करने के लिए अपराधियों के खिलाफ कुछ नहीं करेगी।
पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता और भाजपा नेता शुभेंदु अधिकारी ने आश्चर्य जताया कि क्या हावड़ा स्टेशन पर उद्घाटन समारोह में ‘जय श्री राम’ के नारे लगाने के लिए यह घटना बदला है?
टीएमसी ने बीजेपी पर किया पलटवार
बीजेपी के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए टीएमसी प्रवक्ता कुणाल घोष ने कहा कि यह राज्य सरकार को बदनाम करने की साजिश है। उन्होंने कहा, ‘हम नहीं जानते कि इसमें कौन शामिल है। पुलिस और रेलवे के अधिकारी इसकी जांच कर रहे हैं। हमें संदेह है कि बीजेपी इस मुद्दे का राजनीतिकरण करने की कोशिश कर रही है।’